Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा के कार्यकारी अभियंता शिरीष पोरेड्डी ने पदोन्नति पाने के लिए फर्जी जातिय प्रमाणपत्र और वैधता पत्र जमा किया। मतलब अनुसूचित जनजाति के स्थान पर विशेष पिछड़ा वर्ग का जाति वैधता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया। यह पदोन्नति अनुसुचित जाति वर्ग के लिए था। एससी वर्ग के लिए आरक्षित सीट पर पदोन्नति हासिल किया। कार्यकारी अभियंता बनकर वेतन श्रेणी वृद्धि समेत अन्य भत्ता का लाभ का भोग किया।
शिरीष पोरेड्ी का कार्यकारी अभियंता पद रद्द
पालिका आयुक्त शेखर सिंह के संज्ञान में जब यह बात आयी तो शिरीष पोरेड्डी का पदोन्नति रद्द करते हुए उसे कार्यकारी अभियंता पद से तत्काल सेवा से हटाते हुए उपअभियंता(स्थापत्य) विभाग में स्थानांतरित किया गया। आयुक्त के आदेश में यह भी कहा गया कि अगला नया आदेश आने तक वेतन लाभ जैसे थे यथावत रखा जाना चाहिए। आदेश को पोरेड्डी की सेवा बुक में दर्ज किया जाना चाहिए।
शिरीष पोरेडी फौजदार से हवालदार बने
पिंपरी चिंचवड के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता रमेश वाघेरे ने पालिका आयुक्त शेखर सिंह को एक पत्र सौंपकर मांग किया है कि पालिका के साथ धोखाधडी,फर्जी जाति वैधता प्रमाणपत्र जमा करके पदोन्नति हासिल करना और अनुसुचित जाति सीट पर पदोन्नति के दावेदार का मौलिक अधिकार छीनना के अपराध में तत्काल सेवा से निलंबित करो,फौजदारी कार्रवाई और आपराधिक मामला दर्ज करो। साथ ही साथ अब तक कार्यकारी अभियंता के रुप में पालिका से जो वेतन,अन्य भत्ता का लाभ लिया है उसकी दंडात्मक वसूली होनी चाहिए। पोरेड्डी फौजदार से अब हवालदार बन चुके है। लेकिन पालिका सेवा से बाहर किया जाना चाहिए। ऐसी मांग रमेश वाघेरे ने पालिका आयुक्त से की।