Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे-नासिक एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए अधिग्रहित की जाने वाली 40% भूमि का मूल्यांकन पूरा हो गया है। साथ ही महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम द्वारा सर्कुलर रोड परियोजना के लिए अधिग्रहित भूमि का 60% मूल्यांकन नगर नियोजन विभाग द्वारा पूरा कर लिया गया है। इसलिए इन दोनों परियोजनाओं के लिए स्वेच्छा से भूमि दान करने वाले किसानों को उनका मुआवजा तुरंत मिल सकेगा।
पुणे-नासिक एक्सप्रेसवे परियोजना में जिला प्रशासन ने 54 में से 40 गांवों की गणना पूरी कर ली है। यह परियोजना पुणे,नगर और नासिक जिलों से होकर गुजरेगी और 50% भूमि पुणे जिले में अधिग्रहित की जाएगी। यह परियोजना पुणे के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शेष 50% भूमि नगर और नासिक जिलों में है। परियोजना ने स्वैच्छिक भूमि दाताओं से भूमि खरीदना भी शुरू कर दिया है। परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये के अनुदान से प्रशासन ने अक्टूबर के अंत तक शत-प्रतिशत भूमि अधिग्रहण का लक्ष्य रखा है।
इस अवसर पर बोलते हुए, अभिजीत केतकर, सहायक निदेशक, टाउन प्लानिंग, पुणे डिवीजन ने कहा पुणे-नासिक रेलवे परियोजना हवेली के 12 में से चार गांवों का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। खेड़ में अधिग्रहित की जाने वाली सभी भूमि का मूल्यांकन किया गया है और जुन्नर और अम्बेगांव तहसील में अधिग्रहित की जाने वाली भूमि का मूल्यांकन किया जाना बाकी है। साथ ही सड़क निगम के सर्कुलर प्रोजेक्ट के पश्चिमी मार्ग का 50 प्रतिशत और पूर्वी भाग का 30 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है। इसमें मावल के छह गांवों के रेट यानी 100 फीसदी तय किए गए हैं। हवेली के 11 में से छह गांवों के लिए दरें तय कर दी गई हैं, जबकि मुलशी के पांच गांवों की दरें अंतिम चरण में हैं।
रेलवे परियोजना की विशेषताएं
ट्रेन की गति 200 किमी प्रति घंटा है।
18 सुरंगें, 41 फ्लाईओवर, 128 सबवे
विद्युतीकरण के साथ एक साथ डबल ट्रैक कार्य
60 प्रतिशत वित्तीय संस्थान,राज्य सरकार और रेलवे प्रत्येक लागत का 20 प्रतिशत साझा करते हैं
सर्कुलर परियोजना की समीक्षा
यह चार पश्चिमी तहसील के 37 गांवों से होकर गुजरेगा
695 हेक्टेयर भूमि का भूमि अधिग्रहण
21 जुलाई से शुरू होगी काउंटिंग
पश्चिमी मार्ग के 37 गांवों में से 36 गांवों और पूर्वी मार्ग के 46 गांवों में से 26 गांवों की गणना कर ली गई है
स्वेच्छा से भूमि दान करने वाले किसानों को पांच गुना मुआवजा मिलेगा