Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिले में जुलाई के दौरान और अगस्त के पहले दस दिनों में भारी वर्षा हुई है। बारिश के कारण जिले के 8370 किसान प्रभावित हुए हैं और 2068.86 हेक्टेयर पर उनकी फसल और बागों को नुकसान पहुंचा है। 11.35 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र बारिश के पानी से बह गया है। इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से राज्य सरकार को रिपोर्ट भेज दी गई है। मुआवजे के तौर पर 2 करोड़ 45 लाख 297 रुपये के फंड की मांग की गई है।
मानसून सक्रिय होने के बाद पूरे जून महीने में जिले में भारी बारिश हुई। हालांकि जुलाई की शुरुआत से ही भारी बारिश शुरू हो गई थी। बारिश, जिसने जुलाई के अंत में विराम लिया,अगस्त की शुरुआत से फिर से लौट आयी। इस बारिश में जिले में छोटे-बड़े घर गिर गए हैं और बारिश से तीन लोगों की जान चली गई है, जबकि दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिला प्रशासन ने तहसील स्तर के हिसाब से नुकसान का पंचनामा बनाया है और राज्य सरकार से 2 करोड़ 45 लाख 297 रुपये की मांग की गई है।
जिले में जून माह में 47.2 फीसदी और जुलाई माह में 108 फीसदी बारिश दर्ज की गई। इसमें खेड़ तहसील में सबसे ज्यादा 202 फीसदी बारिश हुई है। शहर के पास हवेली तहसील में सबसे कम 97 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के कारण 11.35 हेक्टेयर क्षेत्र में भूस्खलन हुआ है, मिट्टी बह गई है। 281 गांवों के 14 तहसीलों में से 10 में 2068.86 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीपा की फसलें और बाग बारिश से प्रभावित हुए हैं। इसमें 2017.41 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि,15.30 हेक्टेयर बागों को नुकसान पहुंचा है। भारी बारिश से 8370 किसान प्रभावित हुए हैं। गाय, भैंस,बैल,घोड़े,ऊंट,बकरी,भेड़,बछड़े आदि 265 अन्य पशुओं की मौत हो गई है, जबकि 476 मिट्टी के घर गिर गए हैं और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
जून और जुलाई में जिले में भारी बारिश के कारण भारी मात्रा में फसलों को नुकसान पहुंचा है। पशुधन प्रभावित हुआ है और मकान ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई है। नुकसान का आकलन कर लिया गया है और संबंधित रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी गई है। मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि वितरित की गई है, जबकि राज्य सरकार से फसल क्षति के संबंध में धनराशि प्राप्त होते ही प्रभावितों को सहायता दी जाएगी।