Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिला में पशुओं में लंपी रोग बीमारी फैलने से हाहाकार मच गया है। जिला प्रशासन ने टीका समेत अन्य जरुरी कदम उठाने के आदेश दिए है। मांसाहारी और दुध का सेवन करने वालों में भी भय का माहौल पनप चुका है। मांसाहारी की कई दुकानें बंद होने लगी। नागरिकों से भी मांसाहारी से परहेज करने की अपील की गई है।
जिले के 12 तहसीलों के 72 गांवों के जानवर लंपी बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। इसलिए इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए संक्रमण के केंद्र से दस किलोमीटर के क्षेत्र को प्रभावित और निगरानी क्षेत्र घोषित किया गया है। कलेक्टर डॉ.राजेश देशमुख ने आदेश दिए है। पशु संक्रमण एवं लंपी रोग निवारण एवं नियंत्रण अधिनियम, 2009 के नियम 12 के अनुसार जिले में लंपी रोग से प्रभावित एवं अप्रभावित पशुओं का टीकाकरण आवश्यक है। तद्नुसार आदेश में कहा गया है कि अगले आदेश तक पशु संक्रमण केंद्र से 10 किमी के क्षेत्र को प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है।
इस बीच शिरूर तहसील में दरेकरवाड़ी, शिकारापुर, पाबल, करदे, मांडवगन, खैरवाड़ी, करंदी, केंदूर, धमारी, मुखाई और दिगराजवाड़ी। अंबेगांव में शिगवे (गोराडे माला), चिखली, तेरुगांव, नानावडे और पिंपलगांव, हवेली में अलंदी महतोबाची, लोनी कालभोर, शिंदवाने, वाल्टी, सांगवी-सैंडस, पिंपरी सैंडस, देउगांव, कोंढवा, कीर्तनेबा मुंडवा और अभलवाड़ी-वाघोली। जुन्नर में भोरवाड़ी (येदगांव), बोरवाड़ी, मुथलने, जम्भुलशी, अंबेगवान और गायमुखवाड़ी। गांव में पैत, धनोरी, रोहकल, चारोली, चारहोली, वलद, किवले और भोसे। इंदापुर में दलज नं. 20, कुम्भरगाँव, भोदानी, लासुरने, बेलवाड़ी, उधात, कलाम्ब, रुई, भिगवान और बिजवाड़ी गांव के पशु लंपी रोग की चपेट में आ चुके है।
दौंड में धूमाली ची माला, दापोडी, डोम्बेवाड़ी, भांगगांव, डेलवाड़ी और पाटस, कोरहले, लोनी भापकर, कटेवाड़ी, परवाड़ी, साबलवाड़ी, उंवाड़ी-कप, करंजपूल, देबवाड़ी और बारामती में सांगवी। पुरंदर में इनामके माला सासवद। भोर में जयतपद, बसरापुर और हरिश्चंद्री। आदेश में कहा गया है कि मुलशी के भुकुम और मावल के टाकवे,वारु ऐसे 72 गांवों के पशुओं को लंपी रोग ने अपने आगोश में लिया है।