Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कांग्रेस विधायक रवींद्र धांगेकर ने आज (24 मई) पुणे पुलिस कमिश्नरेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और पुणे पुलिस कमिश्नर पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने अपनी दो मांगें भी रखीं।
पुणे के बिल्डर विशाल अग्रवाल के नाबालिग बेटे ने लापरवाही से लग्जरी पोर्श कार चलाकर दो कंप्यूटर इंजीनियरों को कुचल डाला। इस मामले का असर जहां पूरे देश में आक्रोश है,वहीं पुणे कांग्रेस नेता रवींद्र धांगेकर ने सरकार और पुणे पुलिस के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुणे पुलिस ने इस मामले में बेहद ढिलाई बरती है और पुलिस बिल्डर परिवार के बटुए के नीचे दबी हुई है। आज पुलिस कमिश्नरेट के बाहर प्रदर्शन करते हुए उन्होंने अपनी दो मुख्य मांगें रखीं
अमितेश कुमार अभी भी किसी को दोषी नहीं मानते
धांगेकर ने ट्वीट कर मुंडवा पुलिस स्टेशन के मामलों की आलोचना करते हुए पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया, ”मैं राज्य के गृह मंत्री देवेंद्रजी फड़नवीस को याद दिलाना चाहूंगा कि कल्याणीनगर दुर्घटना के बाद जांच में अक्षम्य खामियों के बावजूद, पुणे शहर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार अभी भी किसी को दोषी नहीं मानते हैं।” बेशक, जो खुद बिल्डर के बटुए पर काम कर रहा हो, वह किसी के खिलाफ कार्रवाई कैसे कर सकता है…?
वैसे भी, आज से मैं आपको हर दिन एक पुलिस स्टेशन में कुप्रबंधन की एक कहानी भेजूंगा। पहला दिन – मुंडवा पुलिस स्टेशन – यह पुलिस स्टेशन केवल 3 कर्मियों द्वारा चलाया जाता है, इनमें नीलेश पालवे, काले कांस्टेबल हैं जो सभी पब, होटलों से रिश्वत वसूलने का काम करते हैं। एक फोटो संलग्न कर रहा हूँ जिसमें ये वसूली कांस्टेबल एक पब में पार्टी करते दिख रहे हैं।हम पुणेवासियों की ओर से हम आपसे अनुरोध करते हैं कि पुणे को बर्बाद करने वाले इस पुलिस कांस्टेबल की तुरंत जांच करें और उसे निलंबित करें, अन्यथा उसके अन्य वीडियो भी 48 घंटों में ट्वीट किए जाएंगे। आइए फिर मिलते हैं नए थाने की ग्राउंड रिपोर्ट के साथ।
पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन
धांगेकर ने येरवडा पुलिस स्टेशन के सामने धरना देने के बाद आज सुबह पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर भी धरना दिया। उन्होंने कहा था, ”इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। पहली एफआईआर झूठी थी, इसलिए दूसरी दर्ज की गई। पहली झूठी एफआईआर दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारी पर मामला दर्ज किया जाना चाहिए। इस मामले की तेजी से जांच होनी चाहिए और मृतक परिवार को न्याय मिलना चाहिए। धांगेकर ने पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार के इस्तीफे की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर को सब पता है; उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं यहां उन्हें यह बताने आया हूं कि पुणे के लोग सड़कों पर उतर आए हैं।’