Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड़ के वाकड गांव के अनुसूचित जाति के बौद्ध समुदाय के एक सामाजिक कार्यकर्ता विजय वाघमारे 13 मई को मतदान करने गए थे। उस दिन पुलिस अधिकारियों,कर्मचारियों के सामने कुछ गांवगुंडों ने उन पर प्राणघातक हमला किया। लाठी डंडे से बेरहमी से पीटे,जिसमें दो दिन बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में बहुजन समाज पार्टी के झोन प्रभारी,महासचिव डॉ.हुलगेश चलवादी,झोन प्रभारी प्रदेश सचिव सदीप गायकवाड,पुणे जिला प्रभारी अशोक गायकवाड,पुणे जिला अध्यक्ष दिलिप कुसाळे के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल पुलिस कमिश्नर विनय कुमार चौबे से मुलाकात की और संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी। आज 24 मई तक इस मामले में कोई भी अपराध दर्ज नहीं हुआ। जबकि मृतक वाघमारे के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ हुआ है कि मारपीट की वजह से उनकी जान चली गई।
आचार संहित खत्म होते ही तीव्र आंदोलन
आज पिंपरी चिंचवड शहर आरपीआई(आठवले) के प.अध्यक्ष सुरेश निकालजे ने इसी प्रकरण में मुख्यमंत्री,गृहमंत्री,पुलिस महासंचालक,केंद्रीय अनूसूचित जाति आयोग और शहर पुलिस कमिश्नर विनय कुमार चौबे को ई मेल करके चेतावनी दी है कि विजय वाघमारे के हत्यारों के खिलाफ हत्या अत्याचार अधिनियम का मामला दर्ज करके योग्य कार्रवाई करें,वर्ना आचार संहिता खत्म होते ही सर्वदलीय तीव्र मोर्चा पुणे जिलाधिकारी कार्यालय,पुलिस कमिश्नर आयुक्तालय पर निकाला जाएगा। इस दौरान कुछ अनहोनी घटना घटी तो उसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
महार वतन की 17 गुंठे जमींन के लिए गई जान
सुरेश निकालजे ने हमारे ‘व्हीएसआरएस न्यूज’ के संवाददाता को अधिक जानकारी देते हुए बताया कि वाकड इलाके में प्राइम लोकेशन में महार वतन की 17 गुंठा जमींन है। ऊंची जाति के डेवलपर्स ने अवैध रूप से इस पर कब्जा कर रखा है। विजय वाघमारे द्धारा कानूनी लड़ाई लडने के बाद महार वतन की जमीन पर कब्जा पाने वाले उच्च जाति समुदाय के बारह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। लेकिन पुलिस ने उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। बारह लोगों को गिरफ्तार किए बिना छोड़ा गया। उन बारह उच्च जाति के लोगों का गुस्सा विजय वाघमारे के ऊपर था और स्थानीय पुलिस ने उनके खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज किए थे,लेकिन विजय वाघमारे निडर होकर इस धारणा के खिलाफ लड़ रहे थे। इसी बीच उनको कई बार मारने का असफल प्रयास किया गया। ऐसा सुरेश निकालजे का कहना है।
परिवार द्धारा नामित 12 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई हो,वर्ना तीव्र आंदोलन
केंद्रीय अनुसूचित जाति आयोग नई दिल्ली, मुख्यमंत्री महाराष्ट्र राज्य गृह मंत्री महाराष्ट्र राज्य, पुलिस महानिदेशक महाराष्ट्र पुलिस, पुलिस आयुक्त पिंपरी चिंचवड़ को ईमेल पत्र भेजकर केंद्रीय अनुसूचित जाति आयोग नई दिल्ली, मुख्यमंत्री महाराष्ट्र राज्य गृह मंत्री महाराष्ट्र राज्य, पुलिस महानिदेशक महाराष्ट्र पुलिस, पुलिस आयुक्त पिंपरी चिंचवड़ से मांग की है कि वाघमारे की मौत से संबंधित परिवार द्वारा नामित 12 आरोपियों और स्थानीय पुलिस की भूमिका पर अत्याचार अधिनियम के तहत जांच की जाए और दोषियों पर कडी कार्रवाई हो। अगर इस मामले की लीपापोती की गई अथवा विलंब हुआ और मृतक वाघमारे के परिवार को न्याय नहीं मिला तो आचार संहित खत्म होते ही सर्वदलीय तीव्र आंदोलन छेड़ा जाएगा। ऐसी चेतावनी सुरेश निकालजे ने दी है।