Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) एशिया में औद्योगिक नगरी के रूप में विख्यात पिंपरी-चिंचवड़ का शैक्षणिक वैभव बढ़ने जा रहा है। पिंपरी-चिंचवड़ एजुकेशन ट्रस्ट की ओर से बनाए गए शैक्षिक परिसर को मंगलवार को मुंबई में हुई कैबिनेट की बैठक में ’पिंपरी-चिंचवड़ विश्वविद्यालय, पुणे’ के रूप में एक स्वतंत्र विश्वविद्यालय के रूप में मंजूरी दे दी गई है। यह शिक्षा संस्थान हवेली के प्रथम व पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर लांडगे का है। आकुर्डी,रावेत और तलेगांव में तीन शाखाओं में कार्यरत है। वर्तमान में 25 हजार छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
पिंपरी-चिंचवड़ एक औद्योगिक शहर है। देश और प्रदेश के कोने-कोने से नागरिक नौकरी और व्यवसाय के लिए शहर में आते हैं। नगर पालिकाओं और नगर पालिकाओं के विकास के दौरान शहर में कोई स्वतंत्र विश्वविद्यालय नहीं था। पुणे विश्वविद्यालय के माध्यम से शिक्षण संस्थानों द्वारा स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित किए जाते थे। फिर पच्चीस साल पहले डॉ.डी. वाय पाटिल और पिछले कुछ वर्षों में सिम्बॉयसिस प्रसिद्ध विश्वविद्यालय के माध्यम से स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी संचालित करता है।
पिंपरी-चिंचवड शहर की आबादी तीस लाख हो गई है। साथ ही मावल, मुलशी और खेड़ तहसील के बच्चे शिक्षा के लिए पिंपरी-चिंचवड़ आ रहे हैं। शहर में लगभग 750 संस्थान हैं जो प्राथमिक,माध्यमिक,कनिष्ठ महाविद्यालय,वरिष्ठ महाविद्यालय,साथ ही उच्च और तकनीकी शिक्षा प्रदान करते हैं। अधिकांश संस्थान क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय,तिलक महाराष्ट्र विश्वविद्यालय विभिन्न संस्थानों में डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम चलाते हैं।
विश्वविद्यालय शैक्षणिक वर्ष में शुरू होगा
पिंपरी-चिंचवड एजुकेशन ट्रस्ट के माध्यम से पिंपरी-चिंचवड शहर के वडगांव मावल में एक शैक्षिक परिसर स्थापित किया गया है। स्वावलंबी विश्वविद्यालय की मान्यता के लिए उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था। ट्रस्ट पिछले 30 वर्षों से शहर में शैक्षिक सेवाएं प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। यह विश्वविद्यालय वडगांव मावल में 10 एकड़ भूमि में स्थापित किया गया है। सतेगाँव (मावल में) में एक विश्वविद्यालय है। मुंबई में कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कई मुद्दों पर मुहर लगाई। कैबिनेट ने स्वयं सहायता कोष के तहत पिपरी चिंचवड़ विश्वविद्यालय पुणे को मंजूरी दी है। विश्वविद्यालय को शैक्षणिक वित्तीय वर्ष 2023-24 में शुरू किया जाएगा।