Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) वाल्हेकरवाडी चिंचवड़ की जय मल्हार कॉलोनी में स्थित दो दुकानों में सोमवार तड़के आग लग गई। इस आग में दो दुकानें जलकर खाक हो गईं और दो लोगों की इस आग में मौत हो गई। दोनों के शव दुकान में सोते हुए मिले। मृतकों की पहचान ललित अर्जुन चौधरी (उम्र 21), कमलेश अर्जुन चौधरी (उम्र 23) के रूप में हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्थानीय निवासी रामेश्वरी लावंड ने सोमवार को लगभग 2:30 बजे मुख्य अग्निशमन केंद्र, पिंपरी को फोन किया और बताया कि जय मल्हार कॉलोनी, वाल्हेकरवाड़ी, चिंचवड़ में एक पेपर शेड में आग लग गई है। सूचना मिलते ही प्राधिकरण सब फायर स्टेशन से एक, मुख्य फायर स्टेशन से दो और चिखली सब फायर स्टेशन और थेरगांव सब फायर स्टेशन से एक दमकल मौके पर पहुंची।
पेपर शेड की कतार में दो शेड में आग लग गई। दोनों गोदाम पूरी तरह आग की चपेट में आ गए। प्रारंभिक निरीक्षण से पता चला कि पहले गोदाम में लकड़ी के स्टोव और हाथ आरा मशीनें, एयर कंप्रेसर, अन्य ज्वलनशील सामग्री और उपकरण के साथ-साथ एक स्विफ्ट वाहन (एमएच 14/डीएक्स 9701) में आग लगी। दूसरे गोदाम में एल्युमीनियम फ्रेम और दो दोपहिया वाहन रखे हुए थे और दो व्यक्तियों की आग के धुएं (कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड) के कारण मृत्यु हो गई थी, जब वे उस शेड में ऑक्सीजन गैस की कमी के कारण सो रहे थे और अटारी के फर्श पर बेहोश हो गए थे। दमकल कर्मियों ने पानी डालकर आग को पूरी तरह से बुझा दिया। पुलिस की मदद से आसपास की अन्य आवासीय इमारतों के सभी निवासियों को इमारत से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक, गणेश पैकेजिंग इंडस्ट्रीज के वखारी में बड़े पैमाने पर आग लग गई। आग और धुआं एल्युमीनियम प्रोफाइल डोर शेड में चला गया क्योंकि विनायक एल्युमीनियम प्रोफाइल डोर शेड के बगल में था। चूँकि शेड में केवल एक ही दरवाज़ा था, इसलिए अंदर बड़ी मात्रा में कार्बन मोनोऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड का धुआँ था। इसके अलावा उस शेड की अटारी में फंसे दो लोग धुएं के कारण बेहोश थे और आग की लपटों में घिरे हुए पाए गए। फायर ब्रिगेड के मौके पर पहुंचने से पहले स्थानीय निवासियों ने शेड के दरवाजे खुले रखे थे और बाल्टी की मदद से पानी डालकर आग पर काबू पा रहे थे। गोदाम चलाने वाले किराएदार श्रीराम भवरलाल सुतार के मुताबिक, ललित अर्जुन चौधरी (उम्र 21 साल), कमलेश अर्जुन चौधरी (उम्र 23 साल) छप्पर में सो रहे थे। आग लगने का सटीक कारण पता नहीं चल सका ।