Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम इन दिनों महाराष्ट्र के पर्यटक स्थलों के प्रचार प्रसार और पर्यटकों को गाइड तथा प्रेरित करने की दिशा में कार्य कर रही है। अगर आप आसमान की ऊंची-ऊंची लकीरों पर पड़ने वाली मूसलाधार बारिश और सफेद रंग के झरनों का अनुभव करना चाहते हैं,तो घने बादलों की भीड़ धीरे-धीरे ग्रीन कार्पेट पर फिसलती हुई,बीच सुरंग की ओर जाने वाली सड़क को मोड़ते हुए आपको जाना होगा नगर-कल्याण मार्ग पर मालशेज घाट तक। एमटीडीसी का रिसॉर्ट घाटी में एक पठार पर है जहां पर्यटकों की सुविधा के लिए घाट रोड शुरू होता है। इस पर्यटक आवास में 46 सुंदर सुट हैं,जिनमें से कुछ एसी सुट हैं। खुबी गांव के पास पिंपलगांव बांध का खूबसूरत जलाशय है। इस घाट का ऊपरी भाग पुणे जिले में है और घाट का मुख्य भाग ठाणे जिले में है। महाराष्ट्र का एक घाट जो प्राचीन काल से प्रसिद्ध है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 223 पर एक घाट है। यहां की खासियत मरोहित पक्षी है। राजहंस के नाम से मशहूर ये विदेशी पर्यटक हर साल जलाशय का दौरा करते हैं। चूंकि मालशेज मुख्य घाट रोड है,इसलिए अधिकांश एसटी,ट्रेनें पुणे-मुंबई से चलती हैं। अगर आप अपने वाहन से जाते हैं,तो पुणे से बरसात की यात्रा आसान हो जाएगी। हरिश्चंद्र किले के पीछे एक ऊंची पर्वत श्रृंखला है। सामने घाटी के तल पर घने जंगल होने के कारण यहां खरगोश,गिलहरी,नेवले और तेंदुए जैसे जंगली जानवर रहते हैं। जुलाई से सितंबर तक साइबेरिया से राजहंस पक्षियों के झुंड घाटों में डोंगरवाड़ी के पास के खेतों में रुके हुए पानी में शिकार करने आते हैं। बरसात के मौसम में मालशेज घाट के रास्ते में आप दूर बाईं ओर पहाड़ों में एक बड़ी ऊंचाई से गिरता हुआ एक झरना देख सकते हैं। तीन धाराओं में गिरते इस झरने को देखने के लिए मालशेज जरूर जाएं।
यह ठाणे जिले का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह क्षेत्र ऊंचे पहाड़ों,पहाड़ियों और विभिन्न झरनों से घिरा हुआ है। यह क्षेत्र पश्चिमी घाट के रूप में विश्व विरासत सूची में है। यहां दुर्लभ जानवर और पक्षी पाए जाते हैं। घाटों पर साल भर पर्यटकों की भीड़ रहती है, लेकिन मानसून के दौरान इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। जिला प्रशासन की ओर से क्षेत्रीय पर्यटन योजना के तहत घाटों में विभिन्न स्थानों पर पार्किंग व व्यू प्वाइंट बनाए गए है। घाट की सुंदरता और घाटों पर पर्यटकों की आमद को देखते हुए सुविधाओं का अभाव है। इसलिए घाटों में महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम के आवास से सटी पहाड़ी पर विश्व स्तरीय मस्काई वॉक ग्लास ट्रांसपेरेंट स्काई वॉक बनाने और दर्शक दीर्घा के लिए भवन निर्माण के साथ ही सौंदर्यीकरण व बागवानी का प्रस्ताव किया गया है। पर्यटकों के लिए। (स्रोत विकिपीडिया) बढ़ते शहरीकरण ने शहर में रहने वाले लोगों को उसी भीड़,मॉल संस्कृति,ट्रैफिक जाम,कंप्यूटर मनोरंजन और समग्र तनावपूर्ण नागरिक जीवन से ऊब कर छोड़ दिया है। ऐसे समय में पर्यटक शहर से दूर दर्शनीय स्थलों में सुखद बारिश और घने कोहरे का अनुभव करने के लिए बेताब रहते हैं।
महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम मालशेज घाट का पर्यटक निवास-
निगम के पुणे मंडल में भीमाशंकर,कार्ला (लोनावला),पनशेत,कोयनानगर,माथेरान और मालशेज घाट पहले से ही शुरु हैं। यह पर्यटक आवास खाशा पर्यटकों की विशेष सुविधा के लिए घाटी में एक पठार पर बनाया गया है। पर्यटक आवास में 46 विभिन्न प्रकार के सुट हैं और पर्यटकों का आवास बहुत अच्छा है। पास की घाटी के खूबसूरत नजारों के कारण इस पर्यटक आवास में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। आम जनता से लेकर उच्च वर्ग तक सभी के लिए विभिन्न प्रकार के किफायती कमरे उपलब्ध हैं। रेस्टोरेंट अपने लजीज खाने के लिए मशहूर है। खाशा खाने वालों के लिए यहां स्वादिष्ट दावत का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्य विशेषताएं –
मूसलाधार बारिश,सुगंधित हवा और घने कोहरे में भीगने वाले आदमकद गीतों के साथ शतरंज का खेल खेलने की विशेष व्यवस्था की गई है। एक बड़े मंच पर एक शतरंज की बिसात और लगभग 4 फुट ऊँची एक शतरंज की बिसात है। पर्यटकों के लिए इस थाली पर अपने परिवार के साथ अविस्मरणीय शतरंज का खेल खेलने के लिए दुग्धाशरकारा योग निगम ने विशेष रूप से तैयार किया है। भीगी बारिश में भीगे शतरंज खेलने के इस गुलाबी पल को मनाने के लिए पर्यटक इस थाली में उमड़ रहे हैं। निगम ने आपसे अपील की है कि कोहरे और भीषण ठंड के बीच इस अनोखे खेल का लुत्फ उठाएं। वर्तमान परिवेश को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निगम के पर्यटन आवास में सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। रेस्तरां,रिसॉर्ट और सहायक उपकरण के साथ-साथ परिसर की सख्त सफाई और कीटाणुशोधन,पर्यटकों के लिए तत्काल चिकित्सा प्रयोजनों के लिए सुविधाएं,साथ ही शरीर के तापमान को मापने की प्रणाली,सेनिटाइज़िंग स्प्रे,कर्मचारियों के लिए मास्क,फेस शील्ड,दस्ताने आदि। व्यवस्था की गई है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई के तहत कर्मचारियों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाया जा रहा है। निकट भविष्य में ऊब चुके पर्यटकों के लिए वर्क फ्रॉम नेचर की अवधारणा को इस स्थान पर लागू किया जाएगा साथ ही प्री-वेडिंग फोटो शूट,डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।
आगामी अवधि में निगम द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं एवं रियायतों के साथ-साथ मालशेज घाट पर पर्यटक आवास की बुकिंग के संबंध में अधिक जानकारी के लिए कृपया निगम की वेबसाइट www.maharashtratourism.gov.in या 9373808151 पर संपर्क करें। ऐसी अपील महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम के प्रादेशिक व्यवस्थापक दीपक हरणेे ने की है।