Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) भर्ती समेत विभिन्न मांगों को लेकर महाबैंक के कर्मचारी शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए हैं। इसलिए देशभर में इस बैंक की दो हजार से ज्यादा शाखाएं आज बंद हैं और नकद और चेक से नकद लेन-देन बंद हो गया है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सभी कर्मचारी और अधिकारी यूनियनों द्वारा गठित यूनाइटेड फोरम ऑफ महाबैंक यूनियन द्वारा शुक्रवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है।
पिछले दस वर्षों में बैंक के कारोबार में 250 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 450 नई शाखाएं खोली गई हैं, जबकि कर्मचारियों की संख्या में हालांकि 20 फीसदी की कमी आयी है। बैंक ने कई वर्षों से मृत्यु, सेवानिवृत्ति, इस्तीफे के कारण रिक्त पदों को नहीं भरा है। इसके चलते बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों को प्रतिदिन अधिक घंटे काम करना पड़ रहा है। छुट्टी के दिन भी काम पर आना पड़ता है। आवश्यकतानुसार अवकाश नहीं लिया जा सकता है। इससे पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाना नामुमकिन हो गया है। साथ ही कर्मचारियों की अपर्याप्त संख्या के कारण संतोषजनक ग्राहक सेवा प्रदान नहीं की जा सकती है। इससे बैंक का कारोबार प्रभावित हुआ है। लगातार जांच के बाद भी प्रबंधन ध्यान नहीं देता है। संघ के संयोजक विराज टीकेकर और सह संयोजक धनंजय कुलकर्णी ने बताया कि किस परिस्थितियों में हड़ताल का आह्वान किया गया है।
इस बीच अंतिम उपाय के रूप में संगठन के पदाधिकारियों ने मुंबई के उप मुख्य श्रम आयुक्त से मुलाकात की। आयुक्तों ने सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन प्रबंधन की हठ के कारण कोई समझौता नहीं हो सका। संगठन ने इस हड़ताल के कारण ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है। संगठन ने उपभोक्ताओं से बेहतर ग्राहक सेवा के लिए भर्ती की मांग का समर्थन करने की अपील की है। टीकेकर और कुलकर्णी ने यह भी कहा कि कर्मचारी प्रबंधन की गलत नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को अपनी शाखाओं और कार्यालयों के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।