Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड़ मनपा ने छह कंपनियों को बड़ा झटका देते हुए बडी कार्रवाई की है। इंद्रायणी नदी में केमिकल युक्त पानी छोड़ा गया। इसी के चलते यह कार्रवाई की गई है। इंद्रायणी नदी के प्रदूषण का मुद्दा पिछले कुछ दिनों से चर्चा में था। आखिरकार पालिका ने छह कंपनियों के मालिकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। उसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसकी शिकायत पालिका के जलनि:सारण(जलनिकासी) विभाग ने की है॥
तलवडे से डुडुलगाँव तक और आलंदी सीमा से चर्होली तक इन्द्रायणी नदी की सीमा है। चिखली से लेकर मोशी तक नदी क्षेत्र में कई कंपनियां हैं। ये कंपनियां पर्यावरण विभाग के किसी भी नियम का पालन नहीं करती हैं। भोसरी ’एमआईडीसी’ की अधिकांश कंपनियां अपने रसायनयुक्त पानी को नदी में बहा रही थीं। नतीजतन, नदी प्रदूषित हो रही थी। इंद्रायणी नदी के प्रदूषण का मुद्दा कई सामाजिक संगठन लगातार उठा रहे थे। उसके बाद जब पालिका ने इसका निरीक्षण किया तो देखा कि कई कंपनियों और छोटे उद्यमियों ने कंपनियों का गंदा पानी नदी में छोड़ा था। इन कंपनियों को नोटिस दिया गया था। इसके बाद पुलिस में केस दर्ज कराया गया।
इसका खुलासा कैसे हुआ?
इंद्रायणी नदी के नालों से रंगीन पानी आ रहा था। पालिका में इस संबंध में शिकायतें आयी। उसके बाद ड्रेनेज विभाग के कार्यकारी अभियंता किशोर महाजन व अवर अभियंता स्वामी जंगम ने निरीक्षण किया। पता चला है कि छह उद्यमियों ने अपनी कंपनियों का गंदा पानी नदी में छोड़ा है।
क्या हुआ?
इंद्रायणी नदी पर बर्फ की चादर नजर आ रही थी। अत्यंत ठंडे प्रदेश की तरह इन्द्रायणी नदी बर्फ की चादर के समान थी। केमिकल युक्त पानी छोड़े जाने से नदी की ऐसी हालत हो गई थी। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कुछ महीने पहले आलंदी आए थे। उस समय महेश महाराज मडके ने इंद्रायणी नदी के प्रदूषण का मुद्दा उठाया था। तब मुख्यमंत्री ने नदी की सफाई का वादा किया था।