Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर के नवनियुक्त पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि जमीन के मामलों में पुलिस अधिकारियों का दखलअंदाजी दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। चौबे ने हाल ही में पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्त के पद का कार्यभार संभाला है। उन्होंने सोमवार (19 दिसंबर) को शहर के सभी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों,सहायक आयुक्तों (एसीपी) और उपायुक्तों (डीसीपी) के साथ बैठक की।
दो साल पहले टेल्को रोड पर एक जमीन के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अनुचित रुचि ली थी। इसलिए पिंपरी-चिंचवड़ में थाने में आरोपियों के हस्ताक्षर कराने की हैरतअंगेज घटना हुई। इस मामले में करोड़ों की ठगी होने के बाद संबंधित वृद्ध ने राज्य सरकार के दरवाजे खटखटाए। तत्कालीन राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया और एक जांच समिति नियुक्त करने का आदेश दिया।
जांच शुरू होने के कुछ दिन बाद तत्कालीन पुलिस आयुक्त का तबादला कर दिया गया। हालांकि पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने जांच कमेटी की रिपोर्ट संबंधित सरकार को सौंप दी है। जांच समिति ने इन भूमि मामलों में पुलिस उपायुक्त, सहायक आयुक्त, दो वरिष्ठ निरीक्षकों, चार कर्मचारियों, तीन पूर्व नगरसेवकों और कुछ निजी व्यक्तियों पर कदाचार का आरोप लगाया है।
इस मामले के चलते पिछले दो वर्षों में पिंपरी-चिंचवड़ में जमीन के मामलों की राज्य स्तर पर समीक्षा की गई है। राज्य के आला अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है और नाराजगी जताई है। पुलिस आयुक्त चौबे ने पुलिस आयुक्त का पदभार ग्रहण करने के बाद कल पिंपरी चिंचवड़ में अपनी पहली बैठक की। इस बैठक में नवनियुक्त आयुक्त ने बड़े स्पष्ट शब्दों में सभी अधिकारियों को आदेश दिए।
आयुक्त कक्ष के बाहर नागरिकों की भीड़ है, जिसका अर्थ है कि या तो नागरिकों को थाना स्तर पर नहीं सुना जाता है या वे थाने जाए बिना सीधे आयुक्त से मिलना चाहते हैं। चौबे ने कहा, इन दोनों कारणों पर विचार किया जाना चाहिए। जरूरतमंद नागरिक की बात सुनकर तुरंत कानून के अनुसार मामला दर्ज किया जाए। प्रक्रियाएं भिन्न हो सकती हैं, लेकिन हमारी प्रक्रियाओं को नागरिकों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालना चाहिए। नतीजतन, नागरिक कानून की मदद लेने के लिए आगे आएंगे, ऐसा चौबे ने कहा।