Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड मनपा प्रशासन और बिल्डरों की मिलिभगत से पिंपरी के शास्त्रीनगर झोपडपट्टी के धारकों को बेघर करने और जमींन हडपने की सोची समझी साजिश चल रही है। स्थानीय नागरिकों की इच्छा के विरुद्ध पालिका प्रशासन बल प्रयोग करके शास्त्रीनगर की जमींन को बिल्डरों के हवाले करने की कोशिश कर रहा है। शास्त्रीनगर के लोगों के उपर अन्याय,अत्याचार,मनमानी नहीं होने देंगे। इसके लिए आंदोलन,मोर्चा,भूखहडताल,जेल भरो आंदोलन करना पडेगा तो हम करेंगे। ऐसी चेतावनी आज वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मारुति भापकर ने पालिका प्रशासन को दी।
अण्णा बोदडे ने दी अतिक्रण कार्रवाई की चेतावनी,आयुक्त ने दी नागरिकों को न्याय देने का आश्वासन
पिंपरी कैम्प बाजार पेठ के बीचोंबीच 100 साल पुरानी बसी शास्त्रीनगर झोपडपट्टी की जमींन सोने से भी ज्यादा महंगी है। इस जमींन पर कुछ स्थानीय बिल्डरों की लालची नजर पड़ी है। जमींन को हडपने के लिए झोपडपट्टी पुर्नवसन की योजना बनाई गई है। धारकों से सहमति फॉर्म भराने के लिए प्रति फॉर्म 1 हजार रुपये का प्रलोभन कार्यकर्ताओं को दिया गया। आपको बता दें कि किसी झोपडपट्ी में 70% पुराने और हाल ही में नागपुर अधिवेशन में पारित 50% धारकों ने सहमति फॉर्म पर हस्ताक्षर कर दिए तो एसआरए व बिल्डर जमीन पर बिल्डिंग बनाने के अधिकृत हो जाते हैं। जब इसमें सफलता नहीं मिली तो धारकों को डराने के लिए अतिरिक्त बांधकाम अतिक्रमण कार्रवाई की लगभग 27 लोगों को नोटिश दी गई। कल गुरुवार 21 दिसंबर को अतिक्रमण कार्रवाई करने के लिए पालिका के झोपडपट्टी पुर्नवसन विभाग प्रमुख और सहायक आयुक्त अण्णा बोदडे अपने फौजफाटा के साथ पहुंचे। भारी विरोध के चलते वापस लौटना पडा,लेकिन जाते जाते चेतावनी दी कि अपना सामान घरों से निकाल लें,कल कार्रवाई होना अटल है। शास्त्रीनगर के नागरिकों का एक शिष्टमंडल मनपा आयुक्त शेखर सिंह से मिला। वर्तमान समस्या से अवगत कराया और कार्रवाई रोकने की विनंती की। आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि किसी के उपर अन्याय नहीं होगा।
शास्त्रीनगर की समस्या के बारे में सामाजिक कार्यकर्ता भापकर को जैसे पता चला वो पिंपरी चौक पर एक आंदोलन को बीच में छोडकर शास्त्रीनगर के नागरिकों के आंसू पोछने पहुंच गए।
शास्त्रीनगर झोपड़ाधारकों की हर लड़ाई में मैं साथ दूंगा,मेरा पूरा समर्थन-भापकर
भापकर ने झोपडाधारकों को अपने मार्गदर्शन संबोधन में कहा कि जमीन आपकी,मालिक आप है। बिल्डर लॉबी,पुलिस,पालिका के लोग अगर आप पर दबाव बनाते हैं तो उनके सामने सीना तानकर खडे हो जाओ। सडक पर लेट जाओ। हमको जेल में डालो लेकिन अपना घर तोडने नहीं देंगे। ऐसी संगठित भूमिका होनी चाहिए। एसआरए विभाग को हस्ताक्षरित एक पत्र दो कि हमको एसआरए के तहत घर की आवश्यकता नहीं,हम अपने घर में खुश है। तीसरा पत्र पालिका प्रशासन,पुलिस प्रशासन को दो,कि अगर बल प्रयोग कार्रवाई की गई तो जेल भरो आंदोलन,मोर्चा,भूखहडताल करेंगे।लेकिन अपने घरों को तोडने नहीं देंगे। एसआरए के तहत किसी भी फॉर्म पर जानेे अनजाने में भी हस्ताक्षर मत करना। बिल्डर लॉबी करोडों रुपये बांटकर आपके लोगों के बीच दरार पैदा करेगी,आपस में लडाएगी,आपसी एकता,भाईचारा को तोडने की कोशिश करेगी। उनके झांसे में मत आना। आपकी हर लडाई में पूरा साथ दूंगा,पूरा समर्थन दूंगा। एसआरए का भूत केवल शास्त्रीनगर में ही नहीं बल्कि कैलासनगर,इंदिरानगर,दत्तनगर,मोहननगर,महात्माफूले नगर आदि झोपडपट्टी में घूस चुका है। सोने के भाव वाली जमींनों पर बिल्डरों की लार टपक रही है। अपने बच्चों के भविष्य के लिए अपना घर बचाने के लिए संगठित होकर शासन,प्रशासन,बिल्डरों की चालबाजी का डटकर मुकाबला करो,मैं आपके साथ चट्टान की तरह खड़ा रहूंगा। ऐसा भापकर ने स्थानीय नगरिकों को आश्वासन दिया है।
बैठक में प्रमुख लोगों की उपस्थिति
मीटिंग में सामाजिक कार्यकर्ता मारुति भापकर,राष्ट्रवादी कांग्रेस(शरद पवार ) के राजन नायर,अॅड संजय कांबळे,नेताजी फूलचंद यादव,शशी यादव,दिनेश कांबळे,सन्नी कंडोर,रवि खंडागले,फुलाराम,राजू यादव,महेंद्र देवरा,बलवीर यादव,विनय शाह,सामाजिक कार्यकर्ता निर्मला दीदी समेत बडी संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे।