Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) भारत में कौशल की उच्चतम गुंजाइश है और देश को कुशल राजधानी के रूप में जाना जाता है। यहां के सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वैज्ञानिक, डॉक्टर, नर्स, कुशल कामगार भारत को दुनिया में बड़ा बनाते हैं। महाराष्ट्र विधान सभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने निष्कर्ष निकाला कि वे सफल हैं क्योंकि भारती विद्यापीठ जैसे संस्थान उन्हें कौशल प्रदान करते हैं। कहते हैं कि जो पढ़ना सिखाता है वही देश का निर्माण करता है।
भारती विश्वविद्यालय की 59वीं वर्षगांठ समारोह एवं मेडिकल कॉलेज के विस्तार भवन के भूमि पूजन समारोह के दौरान नार्वेकर बोल रहे थे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भारती विश्वविद्यालय के विधायक डॉ.विश्वजीत कदम,कुलपति प्रो.डॉ.शिवाजीराव कदम,कार्यकारी अध्यक्ष आनंद राव पाटिल,उपाध्यक्ष डॉ.भारती विद्यापीठ अभिमत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.इंद्रजीत मोहिते,डॉ.विवेक सावजी,विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य विज्ञान के कार्यकारी निदेशक अस्मिता जगताप आदि मौजूद रहीं।
कहते हैं कि जो पढ़ना सिखाता है वही देश का निर्माण करता है। नार्वेकर ने कहा, भारती विश्वविद्यालय न केवल एक शैक्षणिक संस्थान है बल्कि देश में महाराष्ट्र की पहचान के रूप में जाना जाता है। विश्वविद्यालय ने कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व जैसे डॉक्टर,इंजीनियर,वैज्ञानिक आदि दिए हैं। भारती यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों और संस्थाओं का देश को ऊपर उठाने में बहुत बड़ा योगदान है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे संस्थानों द्वारा किए गए योगदान में इसकी हिस्सेदारी है।
नार्वेकर ने आगे कहा, गतिशील और प्रगतिशील शिक्षा के माध्यम से समाज को कैसे बदलना है, की अवधारणा से पतंगराव कदम द्वारा लगाया गया पौधा आज देश और दुनिया के कई छात्रों को छाया प्रदान करने के लिए एक विश्वविद्यालय के रूप में एक विशाल वृक्ष के रूप में कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय ने न केवल पश्चिमी महाराष्ट्र, पुणे बल्कि राज्य के कोने-कोने के साथ-साथ दिल्ली जैसे राज्यों में भी अपनी ख्याति और कार्य फैलाया है।