Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में अपराध बढ़ता जा रहा है पिछले कुछ दिनों में यह बात सामने आई है कि पुणे शहर ड्रग्स की चपेट में है। शिक्षा की नगरी पुणे मेें घर से 1 करोड़ रुपये की अफीम बरामद की गई है। पुणे पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड वन ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि राजस्थान का गिरोह अफीम का स्टॉक इकट्ठा कर रहा था। कल ही पुणे के पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने पिंपरी चिंचवड शहर में पुलिस विभाग के कार्यक्रम में कहा था कि पुणे जिले में ड्रग्स का कारोबार बढ़ा है,पुलिस सख्त कार्रवाई करे। उनका कथन एक दिन बाद सच साबित हुआ।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम सुमेर जयरामजी बिश्नोई, चावंडसिंह मानसिंह राजपूत, लोकेंद्रसिंह महेंद्रसिंह राजपूत हैं। पुणे के गोकुलनगर इलाके में पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस के मुताबिक कात्रज इलाके में गश्त के दौरान क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों को जानकारी मिली कि कात्रज-कोंढ़वा रोड पर एक शख्स अफीम बेच रहा है। सुमेर बिश्नोई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उसके पास से 64 लाख 28 हजार रुपये कीमत की 3 किलो 214 ग्राम अफीम जब्त की गई। आगे पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने यह अफीम अपने दो साथियों चावंडसिंह राजपूत और लोकेंद्रसिंह राजपूत से खरीदी थी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने नशीला पदार्थ जमा कर रखा है। इसके मुताबिक आरोपियों के पास से 1 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर ये दवाएं कहां बेची जानी थीं।
खेत में अफ़ीम की खेती
कुछ दिन पहले पुणे जिले के पुरंदर तहसील के सुपे में एक अफीम किसान के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। मादक द्रव्य निरोधक अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस ने कार्रवाई कर अफीम की पुड़िया जब्त कर ली। अफीम की पुड़ियों का कुल वजन 33 किलोग्राम था और 200 ग्राम अफीम प्राप्त हुई। इसकी कीमत 2000 रुपये प्रति किलो के हिसाब से 44 हजार 400 रुपये है। किसान का नाम है मयूर उत्तम जेंडे। जैसे ही पुलिस को इस अफीम की खेती की सूचना मिली तो पुलिस ने निरीक्षण शुरू कर दिया। पुलिस रात तक तलाश कर रही थी। खुलासा हुआ कि किसान ने मक्के की फसल में अफीम लगाई थी।
महाराष्ट्र में अफ़ीम की खेती अवैध है। अभी भी कई किसान औषधियों की खेती करते नजर आते हैं। किसानों का यह खेल पैसों के लिए शुरू हुआ है। लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई और किसानों के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई। सिर्फ अफ़ीम ही नहीं बल्कि गांजे की खेती भी कई बार सामने आ चुकी है। अब तक महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों में अफीम या अन्य नशीली दवाओं की खेती करने पर किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ऐसे किसानों पर पुलिस की विशेष टीम द्वारा भी नजर रखी जाती है।