Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) सदाशिव पेठ में एक युवा कॉलेज छात्रा पर हमले के मद्देनजर हाल ही में शहर में गश्त करने वाली महिला पुलिस के ’दामिनी दस्ते’ की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। बढ़ती आपराधिक घटनाओं के कारण दामिनी दस्तों को पिस्तौल दी जाएगी, इन दस्तों के साथ-साथ अपराध शाखा, पुलिस स्टेशनों के जांच दस्तों और गश्ती दस्तों को पिस्तौल प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई है।
शहर में गश्त करने वाली महिला पुलिस के दामिनी दस्ते की महिला पुलिसकर्मियों को पिस्टल दी जाएंगी। पुलिस कमिश्नर रितेश कुमार ने किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया है। पुलिस बल में सभी को पिस्तौल और बंदूकें चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। जिन पुलिसकर्मियों को पिस्तौल चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है, उन्हें नियमित अभ्यास नहीं होता है। पुलिस कर्मियों को साल में केवल एक बार पिस्टल चलाने का अभ्यास करना होगा।
शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के चलते क्राइम ब्रांच के साथ-साथ दामिनी स्क्वायड के साथ-साथ थाने की डिटेक्शन ब्रांच के पुलिसकर्मियों को भी पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है। पुलिस आयुक्त रितेश कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक ने वाहनों में तोड़फोड़, गुंडागर्दी कर डराने-धमकाने, महिलाओं से छेड़छाड़ जैसे अपराध के मामले में तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया है। शहर में अपराधियों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
नागरिकों में सुरक्षा की भावना
सशस्त्र पुलिस की उपस्थिति देखकर अपराधी भयभीत हो जाते हैं। नागरिकों में सुरक्षा की भावना पैदा होती है। इसलिए पुलिस कमिश्नर ने जांच टीम के साथ दामिनी स्क्वायड की महिला पुलिसकर्मियों को भी पिस्टल ट्रेनिंग देने का आदेश दिया है। जांच टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को पिस्टल भी उपलब्ध करायी जायेगी।