Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) रेलवे विभाग की ओर से कई तरह के प्रयोग किये जा रहे हैं। देश के कई रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। यात्रियों के लिए कई सुविधाएं बनाई जा रही हैं। नई ट्रेनें शुरू की जा रही हैं। रेलवे अपने बुनियादी ढांचे में भी सुधार कर रहा है। अब भारतीय रेलवे ने अपने स्टेशनों को सौर ऊर्जा से रोशन करने का फैसला किया है। इसमें पुणे,मुंबई,भुसावल और नागपुर स्टेशन शामिल हैं।
कितनी बिजली का उत्पादन होगा?
सेंट्रल रेलवे ने 4.105 मेगावाट बिजली उत्पादन का प्रोजेक्ट शुरू करने का फैसला किया है। रेलवे स्टेशनों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा की जाएगी। इसके लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में पुणे, भुसावल, नागपुर और मुंबई में प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद इस स्थान पर स्टेशन सौर ऊर्जा से रोशन होंगे।
कैसा होगा प्रोजेक्ट?
सौर ऊर्जा परियोजना दो चरणों में पूरी की जाएगी। पहला प्रोजेक्ट 10 किलोवाट से 100 किलोवाट तक बिजली पैदा करेगा। दूसरे चरण में 100 किलोवाट से 500 किलोवाट तक बिजली उत्पादन किया जाएगा। इससे चार स्टेशनों पर 4.105 मेगावाट बिजली पैदा होगी। इसमें पुणे,मुंबई, नागपुर और भुसावल स्टेशन शामिल हैं।
प्रोजेक्ट कितने दिन में पूरा होगा
रेलवे ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं। टेंडर 28 अगस्त 2023 तक जमा किया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट को 240 दिन में पूरा करना है। साथ ही, डेवलपर्स को प्रोजेक्ट को 25 साल तक बनाए रखना होगा।
भारत में इस जगह पर एक प्रयोग किया गया
भारत का पहला सौर ऊर्जा स्टेशन चेन्नई में शुरू हुआ। इस जगह पर डॉ.थलाइवा.एम. जी.रामचन्द्रन सेंट्रल स्टेशन 100 प्रतिशत सौर ऊर्जा संचालित है। इस रेलवे स्टेशन को चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के नाम से भी जाना जाता है। इस रेलवे स्टेशन पर सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा की जाती है। इस स्थान पर 1.5 मेगावाट क्षमता का सोलर पैनल लगाया गया है। यह इस स्टेशन की बिजली आवश्यकता को पूरी तरह से पूरा करता है।