Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) दुनिया भर के कई देशों में बर्ड फ्लू का प्रकोप फैला हुआ है। घरेलू पक्षियों, जंगली पक्षियों और कुछ स्तनधारियों में इसका प्रचलन बढ़ा है। इंसानों में बर्ड फ्लू संक्रमण के पहले भी कुछ मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि बर्ड फ्लू फैलने से मानव संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूओएएच) ने इस संबंध में सभी देशों से अपील की है। उन्होंने कहा कि जानवरों और इंसानों की रक्षा की जानी चाहिए। बर्ड फ्लू आमतौर पर पक्षियों में फैलता है। लेकिन अब स्तनधारियों में बर्ड फ्लू बढ़ गया है। यह वायरस पालतू पक्षियों और स्तनधारियों से मनुष्यों में प्रवेश कर सकता है।
बर्ड फ़्लू वायरस के कई उपप्रकारों ने 2020 से बड़ी संख्या में घरेलू और जंगली पक्षियों को मार डाला है। यह एशिया और यूरोप में सबसे ज़्यादा है। बाद में उत्तरी अमेरिका, मध्य और दक्षिण अमेरिका में इसका प्रचलन बढ़ गया। पिछले साल, पाँच महाद्वीपों के 67 देशों में बर्ड फ़्लू का अत्यधिक संक्रामक उपप्रकार पाया गया था। परिणामस्वरूप, 13.1 करोड़ से अधिक पालतू पक्षी मर गये या उन्हें मारना पड़ा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इस साल 14 देशों में बर्ड फ्लू का प्रकोप है.
पालतू जानवर और पक्षी मनुष्यों के संपर्क में सबसे अधिक आते हैं। दिसंबर 2021 तक इंसानों में बर्ड फ्लू संक्रमण के आठ मामले सामने आए हैं। मनुष्यों में इसके संक्रमित होने पर मृत्यु दर अधिक होती है। पक्षियों और जानवरों में बर्ड फ्लू संक्रमण दर में वृद्धि से मनुष्यों में संक्रमण बढ़ सकता है। इस बीमारी के मानव-से-मानव संचरण की अभी तक सूचना नहीं मिली है; लेकिन वायरस की संरचना में बदलाव पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि वायरस में भविष्य में होने वाले बदलाव इंसानों के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
फिलहाल यूरोप में बर्ड फ्लू का संक्रमण बढ़ गया है। इंसानों में बर्ड फ्लू संक्रमण के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। ऐसे मरीज़ यूरोप और दूसरे देशों में पाए गए। भारत में ऐसा नहीं हुआ है। इंसानों पर पहले से ही बर्ड फ्लू संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है।ऐसा डॉ.वर्षा पोतदार,वैज्ञानिक,नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कहा।
फिलहाल देश में कहीं भी बर्ड फ्लू का प्रकोप नहीं है। पशुपालन विभाग नियमित रूप से प्रत्येक जिले से बीमार पक्षियों और जानवरों के नमूने एकत्र कर उनका परीक्षण कर रहा है। हम बर्ड फ्लू की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।’ वायरस में आए बदलावों की भी जांच की जा रही है। ऐसा डॉ.देवेन्द्र जाधव, उपायुक्त, पशुपालन विभाग