Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे उपचुनाव को लेकर इस समय प्रचार जोरों पर है। विधानसभा क्षेत्र में गहमागहमी का माहौल है। हालांकि इन अभियानों के माहौल में हिंदू महासंघ के प्रत्याशी आनंद दवे ने प्रचार नहीं करने का फैसला किया है। बीमार होने पर भी गिरीश बापट को बीजेपी के प्रचार के लिए मैदान में आना पड़ा था। दवे ने स्पष्ट किया है कि हिंदू फेडरेशन ने बापटों की इस हालत को देखकर प्रचार नहीं करने का फैसला किया है। उन्होंने एक संदेश में मीडिया को यह जानकारी दी है।
क्या लिखा है मैसेज में?
बापट को देखकर पर्रिकर की याद आयी… आज मैं व्यक्तिगत रूप से चुनाव प्रचार नहीं करूंगा, बापट साहब को तकलीफ हो रही थी… लेकिन हम दर्द को महसूस कर सकते थे। मीडिया को भेजे संदेश में उन्होंने लिखा, मैंने आज व्यक्तिगत रूप से प्रचार नहीं करने का फैसला किया है क्योंकि हम मानसिक रूप से पीड़ित हैं कि यह हमारी भूमिका के कारण हो रहा है।
दवे ने कहा कि भाजपा की यह सारी कोशिश सिर्फ उपचुनाव जीतने के लिए है। यदि भाजपा इसके लिए गिरीश बापट को मैदान में उतार रही है, यदि इसके लिए हिन्दू महासंघ जिम्मेदार है, तो हम उसके अत्याचार को सह रहे हैं। कल गिरीश बापट को देखकर दुख हुआ। दवे ने घोषणा की है कि इस वजह से हम इस दिन प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि उन्होंने घोषणा की है कि हम आज पूरे दिन प्रचार नहीं कर रहे हैं क्योंकि बापट हमारी वजह से परेशान है।
हिंदू महासंघ से बढ़ी भाजपा की बौखलाहट…
गिरीश बापट का कसबा पर पिछले चालीस सालों से दबदबा है। वे ही दिवंगत विधायक मुक्ता तिलक को राजनीति में लाए थे। उनके निधन से आज उपचुनाव का ऐलान हुआ है। इसलिए उन्होंने बीमार होने के बावजूद शहर के उपचुनावों के लिए प्रचार करने का फैसला किया। कसबा को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है। लेकिन कसबे में चर्चा थी कि इस साल ब्राह्मणों का नामांकन नहीं होने से ब्राह्मण नाराज हैं। इसमें महाविकास अघाड़ी कसबे में विद्रोह को रोकने में सफल रहा। ब्राह्मणों की नाराजगी का मुद्दा सामने रखते हुए हिंदू फेडरेशन ने नामांकन दाखिल किया। इससे बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है। चर्चा है कि हिंदू महासंघ से भाजपा की टेंशन बढ़ी, इसलिए उन्होंने बीमार बापट को मैदान में उतारा। हिंदू फेडरेशन की भूमिका के चलते बीजेपी को इतनी मशक्कत करनी पड़ रही है। बापट को प्रताड़ित किए जाने का हवाला देते हुए एक दिन भी प्रचार नहीं करने का निर्णय लिया गया है। लेकिन वे कल से प्रचार करने जा रहे हैं।