Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार के लिए अशोक सराफ के नाम की सिफारिश की जाएगी और शिवाजी के राज्याभिषेक के 350 वें वर्ष के अवसर पर 100 छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। कीर्ति सौरभ प्रतिष्ठान द्वारा दिया जाने वाला शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे पुरस्कार-2023 बालगंधर्व रंगमंदिर में श्री मुनगंटीवार द्वारा वरिष्ठ कलाकार अशोक सराफ को प्रदान किया गया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में वह बोल रहे थे। कार्यक्रम में राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री और पुणे जिले के संरक्षक मंत्री चंद्रकांत पाटिल, पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल, वरिष्ठ प्रतिमा विज्ञान विद्वान गो. बी. देगलूरकर,भारत इतिहास अनुसंधान बोर्ड के अध्यक्ष प्रदीप रावत,फाउंडेशन के अध्यक्ष रवींद्रनाथ घाटे,अभिषेक जाधव और अन्य उपस्थित थे।
श्री मुनगंटीवार ने कहा कि अशोक सराफ ने अपने अभिनय से लोगों को खुशियां दीं, उन्हें कॉमेडी का राजा कहा जाता है। उन्होंने कई सालों तक दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने और दर्शकों के दिलों पर राज करने का कठिन काम किया। उन्होंने अपने अभिनय से समाज की नैतिकता को भी उजागर किया, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की खामियों को भी उतनी ही मजबूती से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि अभिनय के साथ-साथ उनकी वाणी भी दमदार है।भले ही आज बाबासाहेब पुरंदरे जीवित नहीं हैं, लेकिन शिवाजी महाराज के जीवन कार्यों को घर-घर तक पहुंचाना उनके प्रति श्रद्धांजलि होगी। इस संबंध में एक शोधकर्ता की भूमिका से प्रसाद तारे ने महाराजा के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को पुस्तक के रूप में प्रस्तुत करने के लिए लेखक को बधाई दी।
श्री मुनगंटीवार ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक का 350वां वर्ष महाराष्ट्र सरकार द्वारा विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से मनाया जा रहा है और इस अवसर पर ब्रिटिश संग्रहालय ने छत्रपति के बाघ के पंजे वापस करने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। हर किसी के दिल में अशोक श्राफ के लिए सम्मान का स्थान होने का उल्लेख करते हुए पालक मंत्री श्री पाटिल ने कहा, अशोक सराफ का प्रदर्शन लगातार बढ़ रहा है। वह जीवन में सफलता की कई ऊंचाइयों तक पहुंचे। उनके नाटकों का सफल होना निश्चित था। उनकी कई फ़िल्में और नाटक सफल रहे। अशोक सराफ के व्यक्तित्व और वाणी में उपलब्धि और विनम्रता का जो सुंदर मिश्रण है वह आज कहीं नहीं मिलता। उन्होंने कहा, इन्हें देखने के बाद कोई भी आश्वस्त हो सकता है कि कई लोग समाज की भलाई के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने लेखक प्रसाद तारे को बधाई देते हुए आश्वासन दिया कि उच्च शिक्षा विभाग ने शोध पर जोर दिया है और छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर शोध के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। पालक मंत्री ने यह भी कहा कि कीर्ति सौरभ प्रतिष्ठान के आगामी नाटक ’श्रीमंत योगी’ को भी समर्थन दिया जाएगा।
अशोक सराफ ने कहा, कला के क्षेत्र में विविधता लाने का प्रयास करते समय कलाकार के लिए दर्शकों का समर्थन महत्वपूर्ण है, जिसके बिना कलाकार का प्रयास व्यर्थ है। ऐसा समर्थन हमेशा महाराष्ट्र के प्रशंसकों द्वारा दिया गया। ’जानने वाले राजा’ के रूप में शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे की नाट्य मूर्ति अखंड है। इस नाटक में बाजी प्रभु देशपांडे की भूमिका को आवाज देकर हम इस नाटक से जुड़े। उन्होंने अपनी भावनाएँ इन शब्दों में व्यक्त कीं कि मैं बाबा साहब को उनके नाम पर प्राप्त पुरस्कार के रूप में अपने घर ले जा रहा हूँ। इस अवसर पर श्री रावत, साहित्यकार प्रसाद तारे ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का परिचय डॉ.प्रसन्ना परांजपे ने किया। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन का प्रयास छत्रपति शिवाजी महाराज को घर-घर तक पहुंचाना है।इस अवसर पर, भारत इतिहास अनुसंधान बोर्ड के सदस्य प्रसाद तारे को संरक्षक मंत्री श्री पाटिल द्वारा छात्रवृत्ति चेक प्रदान किया गया। उनके द्वारा लिखित पुस्तक ’छत्रपति शिवाजी महाराज-व्यक्तित्व का दृष्टिकोण’ का प्रकाशन गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया।