Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) मावल लोकसभा क्षेत्र से महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार संजोग वाघेरे पाटिल ने कल उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से मिले और विजयी भव: होने का उनका आशीर्वाद लिया। अजित पवार ने भी अपने चेला संजोग वाघेरे को शुभकामनाएं दी है। यह एक चर्चा का विषय है। इस गुरु चेला के मिलन से श्रीरंग बारणे गुट में खलबली मच गई है।
पिंपरी विधानसभा क्षेत्र के राकांपा विधायक अन्ना बंसोडे की बड़ी बेटी के विवाह समारोह के लिए कल देर रात अजीत पवार और संजोग वाघेरे पाटिल एक ही मंच पर नजर आए। अजित पवार शादी समारोह में पहुंचने के कुछ मिनट बाद,संजोग वाघेरे पाटिल भी दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देने के लिए मंच पर आए। उस वक्त जब संजोग वाघेरे पाटिल ने अजित पवार को मंच पर खड़ा देखा तो उन्होंने अजित पवार को प्रणाम किया और उनका आशीर्वाद लिया। संजोग वाघेरे पाटिल कुछ महीने पहले उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के कट्टर समर्थक थे। मावल लोकसभा चुनाव लडने के लिए राकांपा छोड़कर शिवसेना उद्धव गुट में शामिल हुए है। अजित पवार के बेहद करीबी कार्यकर्ताओं में से एक थे। महापौर,स्थायी समिति सभापति,शहर अध्यक्ष पद संजोग वाघेरे को दिया। वाघेरे ने भी अजित पवार के हर आदेश को पत्थर की लकीर समझकर पालन किया।
लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वह अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को जय महाराष्ट्र कहकर शिवसेना के उद्धव ठाकरे समूह में शामिल हो गए। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अजित पवार की अनुमति लेकर ही संजोग वाघेरे शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट में शामिल हुए है। 2019 के मावल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में, महायुति के मौजूदा सांसद श्रीरंग अप्पा बारणे ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बेटे को हराया। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में अजित पवार महागठबंधन में श्रीरंग अप्पा बारणे के लिए प्रचार करते नजर आ रहे हैं। वहीं, उनके वफादार समर्थक और मावल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 2024 महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार संजोग वाघेरे पाटिल ने चुनाव से पहले अपने पूर्व नेता से आशीर्वाद प्राप्त करना कौतुहल का विषय बन गया है। लेकिन शादी समारोह में भोजन के दौरान अजित पवार ने संजोग वाघेरे पाटिल से सीधे तौर पर बात करने से परहेज किया है। लेकिन भोजन के एक ही टेबल पर संजोग वाघेरे,अजित पवार,अण्णा बनसोडे,विलास लांडे एक साथ नजर आए।
संजोग वाघेरे ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि महाराष्ट्र की एक संस्कृति है कि शादी विवाह अथवा किसी सार्वजनिक कार्यक्रमों में राजनेताओं की मुलाकात होती है तो एक शिष्टाचार के नाते नमस्कार,प्रणाम,वंदन,अभिनंदन और राजनीतिक गुरुओं का आशीर्वाद लिया जाता है। मैंने अजीत पवार को प्रणाम किया और राजनीतिक संस्कृति को बनाए रखने के लिए उनका आशीर्वाद लिया। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।