Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) दिवाली के मौके पर फूटे पटाखों, गाड़ियों, कंस्ट्रक्शन के धुएं ने शहर में हवा का स्तर खतरनाक बना दिया है। इसलिए मनपा प्रशासन द्वारा विभिन्न उपाय किये गये हैं। कमिश्नर एवं प्रशासक शेखर सिंह ने 19 नवंबर तक शहर में सभी निर्माण बंद रखने के आदेश दिए हैं। साथ ही, हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए रोड वॉशर सिस्टम से लैस वाहनों से सड़कों की सफाई की जा रही है।
लक्ष्मी पूजन, नरक चतुर्दशी के दिन शहर में सूक्ष्म कण दोगुना हो गये और हवा की गुणवत्ता खराब हो गयी। सर्दियों में जमीन से धूल सूख जाती है और हवा को प्रदूषित करती है। इसमें पटाखे डाले जाते हैं। इससे शहर में हवा का स्तर खतरनाक श्रेणी में चला गया है। शहर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए पालिका द्वारा 32 वार्डों में 16 वायु प्रदूषण नियंत्रण टीमों को नियुक्त किया गया है। ये टीमें वार्ड में निर्माण स्थलों का दौरा करती हैं और उन्हें तस्वीरों और टेपों के माध्यम से रिकॉर्ड करती हैं।
इस बीच, प्रदूषण नियंत्रण प्रावधानों का पालन न करने पर जुर्माना लगाया जा रहा है। कार्यस्थल को नोटिस देकर सील किया जा रहा है। वायु प्रदूषण की प्रतिदिन निगरानी की जाती है। शहर में ढाबा,बेकरी, रेस्तरां और होटल के मालिकों को रसोई में पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा जितना संभव हो सके डीजल जनरेटर का उपयोग करने से बचें। शहर में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए उद्योगों से होने वाले वायु प्रदूषण पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) की सफर वेबसाइट के माध्यम से इसकी सूचना दी गई है। अल्ट्राफाइन पार्टिकुलेट मैटर (पीएम 2.5) और फाइन पार्टिकुलेट मैटर (पीएम 10) में वृद्धि के कारण शहर के कुछ हिस्सों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब स्तर पर पहुंच गई है। सफर वेबसाइट के मुताबिक, वाकड, निगडी के भोसरी, भूमकर चौक की वायु गुणवत्ता सबसे खराब श्रेणी में दर्ज की गई है।
पटाखों आदि के कारण शहर के कुछ हिस्सों का वायु स्तर खराब हो गया है। नगर पालिका की ओर से विभिन्न उपायों की योजना बनाई जा रही है। हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए रोड वॉशर सिस्टम वाले दो वाहनों से सड़कों की सफाई की जा रही है। प्रमुख चौराहों पर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 5 नए वाहनों पर मूवेबल फॉग कैनन डस्ट सप्रेशन सिस्टम लगाया गया है। पर्यावरण विभाग के एसोसिएट सिटी इंजीनियर संजय कुलकर्णी ने बताया कि प्रदूषण कम करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
किस बात का ध्यान रखें?
प्रदूषित हवा के लंबे समय तक संपर्क में रहने से बचें
बाहरी शारीरिक परिश्रम या व्यायाम से बचें
बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें
बच्चों और बुजुर्गों का ख्याल रखें
सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें