Mumbai News मुंबई (व्हीएसआरएस न्यूज) श्री मुकुल जैन,आईआरटीएस 1988 बैच के अधिकारी और वर्तमान में प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक (पीसीओएम), मध्य रेल 34 वर्षों तक भारतीय रेल की सेवा करने के पश्चात दिनांक 31.08.2023 को सेवानिवृत्त हो गए। श्री जैन ने दिनांक 1.1.2021 को प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक का पदभार संभाला था। श्री मुकुल जैन एक कुशल अधिकारी हैं जिनका शानदार करियर रहा है और उनके नाम अनेक उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हैं। श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली से आनर्स के साथ वाणिज्य में स्नातक डिग्री की और आईआरएमए आनंद से ग्रामीण प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, श्री जैन ने एसीएम (कोचिंग)/मुंबई मंडल के रूप में अपना करियर शुरू किया और मुख्य रूप से जबलपुर, भुसावल और मुंबई, मंडलों में परिचालन प्रबंधन में काम किया है तत्पश्चात दक्षिण पूर्व ,पश्चिम मध्य रेल और मध्य रेल मुख्यालय में अपनी सेवाएं दीं ।
भारतीय रेल के साथ अपनी करियर यात्रा के दौरान, वह पश्चिम मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक, मध्य रेल और दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य परिवहन और योजना प्रबंधक, मुंबई के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी/यातायात और महाप्रबंधक, मध्य रेल के सचिव भी रहे हैं। उन्होंने नक्सलवाद के अत्यधिक संवेदनशील चरम काल के दौरान मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के रात के परिचालन पर प्रतिबंध और लगातार सुरक्षा सलाह के दौरान दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य यात्री और परिवहन प्रबंधक का कार्यभार भी संभाला।
मुंबई सेंट्रल, पश्चिम रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक के रूप में उनका कार्यकाल अत्यंत सफल रहा, जिसकी उपनगरीय सेवाएं मध्य रेल के मुंबई मंडल के बाद दूसरे स्थान पर आती है।वह पश्चिमी क्षेत्र में समूह महाप्रबंधक के रूप में 4 वर्षों के लिए कॉनकॉर में प्रतिनियुक्ति पर भी रहे।जीजीएम/कॉनकॉर के रूप में उन्होंने आईसीडी में रेलवे वैगन में निर्यात यातायात को संभालने की अवधारणा पेश की जो बाद में अन्य आईसीडी के अनुकरण के लिए एक ट्रेंड सेटर बन गई।उन्होंने रेलवे में गतिशील मूल्य (डायनामिक प्राइस) निर्धारण की अवधारणा को शुरू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनके केरियर की मुख्य विशेषताओं में कोविड बाधाओं के बावजूद माल लदान में 2021-22 के दौरान 22.8% की साल दर साल वृद्धि की उपलब्धि और सभी उपनगरीय और लंबी दूरी की ट्रेनों की सामान्य स्थिति की बहाली शामिल है। 2022-23 के दौरान, 79.93 मीट्रिक टन के अति महत्वाकांक्षी माल लदान लक्ष्य को 81 मिलियन टन माल लदान की उपलब्धि के साथ पार कर लिया गया। दोहरीकरण/तीसरी लाइन के लिए प्रमुख कार्य निष्पादित किए गए और अधिकांश साइडिंग और गुड शेड सहित लगभग 100% विद्युतीकरण हासिल किया गया। लौह अयस्क का नया यातायात शुरू किया गया, प्रत्येक वर्ष सामान्य 2-3 के मुकाबले 9 साइडिंग/निजी माल ढुलाई टर्मिनल चालू किए गए और 12 के लक्ष्य के मुकाबले 15 गुड्स शेड सुधार कार्य किए गए।
श्री जैन ने मुंबई मंडल में 36 अतिरिक्त उपनगरीय वातानुकूलित (एसी) लोकल शुरू करने में विशेष पहल की, उन्होंने मध्य रेल पर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं के निर्माण के लिए विभिन्न प्रमुख ब्लॉकों की योजना बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ठाणे-दिवा 11 किलोमीटर की 5वीं और 6वीं लाइन।
सीएसएमटी प्लेटफार्म 10, 11, 12, 13, 14 प्लेटफार्म नंबर का विस्तार कार्य प्रगति पर है ।
लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर नए प्लेटफार्म का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
जेएनपीटी से दादरी तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के संरेखण के लिए पनवेल यार्ड रीमॉडलिंग कार्य ।
पुणे-मिरज दोहरीकरण निर्माण कार्य के लिए यातायात ब्लॉक की योजना बनाई गई।
भुसावल-मनमाड तीसरी लाइन का निर्माण कार्य, विभिन्न यातायात ब्लॉकों की योजना बनाई गई।
भुसावल-जलगांव चौथी लाइन को चालू करना – निर्माण कार्य के लिए ट्रैफिक ब्लॉक।
दौंड – मनमाड – तीसरी लाइन चालू करना – यातायात ब्लॉक की योजना बनाई गई।
इस वर्ष मध्य रेल ने उनके कुशल प्रशासन में सभी क्षेत्रीय रेलवे के बीच सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की है।
श्री मुकुल जैन ने यूके, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क, हांगकांग, सिंगापुर और मलेशिया में विभिन्न विदेशी प्रशिक्षणों में भी भाग लिया है।