दिल्ली| व्हीएसआरएस न्यूज: नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच की तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। किसान अपने मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। किसान संगठन सरकार की ओर से बातचीत के प्रस्ताव को लेकर आई चिट्ठी का आज जवाब भेज सकते हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि किसान संगठन सरकार से बात करने को तैयार हैं या नहीं।
मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार के प्रस्ताव पर मंगलवार को किसान संगठनों की हुई बैठक भी बेनतीजा रही। किसान संगठन प्रस्ताव को लेकर किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। जानकारी के मुताबिक, कुछ संगठन चाहते हैं कि सरकार से बातचीत आगे बढ़ाई जाए जबकि कुछ संगठन इसको लेकर तैयार नहीं हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आज किसान संगठन सरकार को जो जवाब भेजने वाले हैं उसमें किस बात पर सहमति बनी है।
हालाँकि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग मनवाने के लिए किसान अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने की तैयारी में हैं। इस संदर्भ में किसान संगठन ब्रिटेन के सांसदों को पत्र लिखकर आग्रह कर रहे हैं कि वे अपने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आने से रोकें।
किसान नेता और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जन्मतिथि पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी आज किसान संगठनों के समर्थन में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन करेगी। यूपी कांग्रेस कमिटी की ओर से जारी बयान के मुताबिक पार्टी कार्यकर्ता बीजेपी के सांसदों और विधायकों के आवासों/कार्यालयों का घेराव करेंगे और किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर बीजेपी के जनप्रतिनिधियों के आवास/कार्यालयों पर ताली, थाली बजाकर प्रदर्शन किया जायेगा।
आपको बताते चले कि महाराष्ट्र में अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) के बैनर तले 3,000 से अधिक किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया है। विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने बताया कि अपने समकक्षों के साथ शामिल होने के लिए महाराष्ट्र से मंगलवार को 1,270 किलोमीटर लंबा ‘वाहन जत्था’ (जुलूस) चल दिया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में किसानों ने मंगलवार दोपहर को मुंबई में कुछ कॉर्पोरेट घरानों के कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।