Maharashtra News उल्हासनगर(व्हीएसआरएस न्यूज) पुलिस की जांच से निराश होकर खुदकुशी करने वाले विधायक के पीए के भाई ने उठाया कदम घातक कदम। धनंजय ननावरे ने अपनी उंगली काटकर गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को उपहार में भेजी।ननावरे ने कहा- हर हफ्ते शरीर का एक हिस्सा काटकर फडणवीस को भेजूंगा। जिस उंगली से मोदी सरकार बनवाई है उस उंगली को सरकार को काटकर पार्सल में भेज दिया है।
नंदकुमार ननावरे ने लगभग बीस दिन पहले अपनी पत्नी के साथ खुदकुशी कर ली थी। कहा जा रहा है कि वे अंबरनाथ के विधायक बालाजी किनिकर के पीए थे। सूइसाइड नोट और एक विडियो से खुलासा हुआ कि ननावरे दंपती कुछ दबंगों से परेशान थे। उन्होंने विडियो में सातारा के कुछ लोगों और अधिवक्ता का नाम लेते हुए कहा था कि यह सभी लोग उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। इनकी वजह से वह अपनी पत्नी के साथ आत्महत्या करने को मजबूर हुए हैं। इस घटना के बीस दिन बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस की जांच से निराश होकर ननावरे के भाई धनंजय ननावरे ने अपनी एक उंगली काट ली।
धनंजय का एक विडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि अपनी उंगली काटकर उन्होंने राज्य सरकार को भेजी है और कहा है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती वह अपने शरीर का एक-एक अंग काटकर सरकार को भेजते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिस उंगली से मोदी सरकार बनवाई है, वह उंगली मैंने काट दी है। इस घटना के बाद ठाणे क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी उल्हासनगर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रवक्ता कमलेश निकम, विधायक किनिकर के पीए शशिकांत साखे के अलावा गणेश कांबले और नरेश गायकवाड को हिरासत में लिया है।
यह है पूरा मामला
नंदकुमार ननावरे अपने परिवार के साथ उल्हासनगर कैंप नंबर 4 के अशेलेपाडा इलाके में रहते थे। करीब 20 दिन पहले उन्होंने पत्नी उर्मिला के साथ बंगले की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कुछ दिन बाद एक विडियो सामने आया, जिसमें ननावरे बताया कि उल्हासनगर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रवक्ता कमलेश निकम, सतारा जिले के फलटन तालुका में रहने वाले संग्राम निकलजे, रंजीतसिंह नाइक निंबालकर, वकील ज्ञानेश्वर देशमुख और नितिन देशमुख से परेशान होकर हम आत्महत्या कर रहे हैं।
आरोपियों ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ली
सूत्रों ने बताया कि सतारा के आरोपियों ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ली हुई है। ननावरे पहले दिवंगत पूर्व विधायक ज्योति कालानी के निजी सहायक के रूप में कार्यरत थे। पिछले कुछ सालों से वह अंबरनाथ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालाजी किनिकर के निजी सहायक (पीए) के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन इस घटना के बाद डॉ. बालाजी किनिकर ने सोशल मीडिया के जरिए स्पष्ट किया कि ननावरे उनके निजी सहायक नहीं हैं।
क्यों काटी उंगली
पुलिस ने जब नंदकुमार ननावरे के शव की जांच की तो उनके बरमूडा की जेब से एक पत्र भी मिला। ननावरे के भाई धनंजय ननावरे ने अफसोस जताया कि विडियो और नोट के आधार पर मामला दर्ज होने के बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई। मामले की जांच विट्ठलवाडी पुलिस से लेकर अपराध शाखा को सौंप दी गई है। धनंजय ननावरे पिछले एक हफ्ते से अपराध शाखा विभाग के जांच अधिकारियों से मिल रहे हैं और फॉलोअप ले रहे हैं, लेकिन पुलिस अधिकारियों से उचित जवाब नहीं मिलने के कारण आखिरकार धनंजय ननावरे ने अपनी उंगली काट ली।