pune News बारामती(व्हीएसआरएस न्यूज) शहर में बढ़ते शहरीकरण के साथ-साथ न्यायपालिका पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। बदलते वक्त के हिसाब से बारामती जेल के स्ट्रक्चर और लोकेशन में भी बदलाव होने जा रहा है। बारामती के धनी बाबूजी नाइक वाड़ा में नगर थाने के पास कई वर्षों से एक जेल स्थित है। यहां कच्चे कैदियों को रखा जाता है।
यह जेल बारामती की पुरानी तहसील कचेरी के पास कार्यरत है। लेकिन अब प्रशासनिक भवन के सामने की जगह में नगर थाने का भवन बन रहा है, इसी भवन के पास नई जेल बनाने का काम शुरू हो गया है। बारामती की मौजूदा जेल पर काफी बोझें है। 23 पुरुष और महिला कैदियों की क्षमता वाली इस जेल में आज 46 कैदी रखे गए हैं। बारामती शहर, बारामती तहसील, मालेगाँव के कैदियों को बारामती जेल में रखा जाता है और वडगाँव निंबालकर, इंदापुर, दौंड और यावत पुलिस थानों के कैदियों को जिनके मामलों की सुनवाई यहाँ के अतिरिक्त जिला सत्र न्यायालय में नियमित रूप से होती है।
पुराने भवन व जेल पर दबाव कम करने के उद्देश्य से नए थाने के बगल में 15 करोड़ रुपये की लागत से नई जेल का निर्माण शुरू हो गया है, इसमें प्रशासनिक कार्यालय व नए जेल भवन की क्षमता शामिल है। 120 कैदियों, 70 को पुरुष बैरक में और 50 को महिला बैरक में रखा जा रहा है। इस भवन की नींव के लिए खुदाई का काम शुरू हो गया है और जल्द ही वास्तविक भवन का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस भवन को जल्द से जल्द बनाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।श्रीमंत बाबूजी नाइक वाडा के जीर्णोद्धार का कार्य इस समय तेजी से चल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने इस ऐतिहासिक इमारत को संरक्षित करने का फैसला किया है और इस संबंध में काम चल रहा है। इस वजह से भविष्य में जेल भवन को हटाना पड़ेगा और इसके लिए नए जेल भवन का निर्माण किया जा रहा है।