Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए जिला निर्वाचन प्रशासन द्वारा विशेष प्रयास किए जाने के कारण कलेक्टर डॉ.सुहास दिवसे ने बताया कि मतदाता सूची में कोई खामी नहीं है तथा कुछ स्थानों पर मिली तकनीकी त्रुटियों को दूर किया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उन्हें मतदाता सूची के बारे में कोई संदेह है तो वे प्रशासन से संपर्क करें और इसकी जानकारी कहीं और न दें, जिससे नागरिकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो।
भोर विधानसभा क्षेत्र के कुछ नाम गुजराती में होने की शिकायत के बाद कुछ मीडिया ने ’मतदाता सूची में गड़बड़ी’, ’मतदाता सूची में कई नाम फर्जी तरीके से डाले गए हैं’ जैसी सामग्री रिपोर्ट की है। यह रिपोर्ट म्हालुंगे के संतोष मोहोल द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दी गई है। अपनी शिकायत में श्री मोहोल ने कहा कि म्हालुंगे मतदाता सूची क्रमांक 104 से 109 तक कई मतदाताओं के नाम गुजराती भाषा में हैं। साथ ही मंदिर का नाम भी मतदाता के नाम के तौर पर सूची में है। उन्होंने फर्जी वोटरों की आशंका जताई और जांच की मांग की। प्रशासन ने उसी दिन यानी 27 मार्च को पत्र पर तत्काल संज्ञान लिया और प्रशासन द्वारा पहले ही की गई कार्रवाई के बारे में श्री मोहोल को पत्र के माध्यम से सूचित किया।
निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचक नामावली में शामिल किसी व्यक्ति के एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रवास हेतु मॉडल आवेदन क्रमांक. 8 (स्थानांतरण/पता परिवर्तन) भरा जा सकता है। चूंकि रोजगार, नौकरी और व्यवसाय के उद्देश्य से राज्य के विभिन्न हिस्सों से और विभिन्न राज्यों से मुल्शी तहसील के हिंजेवाड़ी, सूस, म्हालुंगे, बावधन , मान, मारुंजी क्षेत्रों में प्रवास हो रहा है, उन क्षेत्रों के नागरिकों के बाद क्षेत्र में बसे हैं, ऑनलाइन नमूना आवेदन क्रमांक. 8 (माइग्रेशन/पता परिवर्तन) भर रहे हैं।
वर्तमान मामले में, 3 मतदाता वर्तमान में उक्त सूची क्षेत्र के सामान्य निवासी हैं और इस सूची क्षेत्र में आने से पहले वे गुजरात राज्य के निवासी थे। उन्होंने नमूना आवेदन संख्या जमा कर दी है। 8 प्रस्तुत करने के पश्चात संलग्न निवास संबंधी दस्तावेजों का सत्यापन कर उक्त आवेदन स्वीकार कर लिया गया। उसके बाद, कार्यालय को पिछली मतदाता सूची में मतदाता के नाम का विवरण अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ स्थानीय भाषा में भी प्राप्त होता है। इसलिए, उक्त मतदाताओं को इस सूची में शामिल करने के बाद, उनके नाम कंप्यूटरीकृत प्रणाली पर सुविधा के आधार पर स्थानीय भाषा में परिवर्तित कर दिए जाते हैं। अब तक इस तरह से राज्य के बाहर से आये मतदाताओं के नाम स्थानीय भाषा में बदल दिये गये हैं। यह प्रक्रिया प्रकृति में निरंतर चलती रहती है।
रिपोर्ट में सूची अनुभाग में एक महिला मतदाता के नाम का उल्लेख है। यह नाम पहले सूची में था। आवेदक द्वारा आवेदन पत्र में उक्त महिला मतदाता के नाम विवरण में नाम के स्थान पर स्थानीय मंदिर का नाम सामान्य आवासीय पते के समीप का क्षेत्र भर दिया गया था, जिससे नाम मुद्रित हो गया। इसके बाद मतदाता निबंधन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा मतदाताओं के स्थानीय निवास का सत्यापन किये जाने के दौरान यह बात सामने आयी कि उक्त मतदाता पलायन कर गये हैं। उनका नाम कटवाने हेतु आवेदन क्रमांक. 7 भर चुका है। जिला निर्वाचन प्रशासन ने बताया है कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार इस क्षेत्र में अपने सामान्य निवास स्थान पर नहीं आने वाले मतदाताओं की सूची एक अलग एसडी (अनुपस्थित/प्रवासी/मृत) सूची के रूप में तैयार की गई है।
प्रशासन निष्पक्ष एवं पारदर्शी माहौल में चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है तथा मतदाता सूची पूरी तरह से स्वच्छ एवं त्रुटिरहित रहे, इसके लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है। कलेक्टर डॉ.दिवस ने अपील की है कि नागरिक भी अफवाहों पर विश्वास न करते हुए प्रशासन का सहयोग करें।