Maval News तलेगांव (व्हीएसआरएस न्यूज) विधायक सुनील शेलके ने मानसून सत्र में पूरक मांगों पर चर्चा में हिस्सा लिया और कई सवाल रखकर सदन का ध्यान आकर्षित किया। मावल तहसील में कई स्थानों पर सड़क का काम पूरा हो चुका है। लेकिन, कुछ जगहों पर घटिया कार्य के कारण एक माह में ही सड़कों पर गड्ढे हो गये हैं। इससे पर्यटकों के साथ नागरिकों को भी परेशानी हो रही है। जन प्रतिनिधि विकास कार्यों के लिए धन लाने का काम करते हैं। हालांकि, सड़कों की गुणवत्ता बनाए रखना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। विधायक सुनील शेलके ने सोमवार को मानसून सत्र में मांग की कि अगर ऐसी सड़कों पर दुर्घटनाएं होती हैं, तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाना चाहिए।
विधायक सुनील शेलके ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में मावल तहसील में प्रशासनिक भवन, नदी पुल, उप-जिला अस्पतालों, तलाठी कार्यालयों सहित विभिन्न सड़क कार्यों के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि प्रदान करने के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का आभार व्यक्त किया। ननौली में कोई पुल नहीं है और आज भी जान जोखिम में डालकर नाव से यात्रा करनी पड़ती है। उन्होंने यह भी मांग की कि कुंडमाला, वराले-नानोली पुल, संगवाडे-मामुर्डी पुल के लिए धन दिया जाना चाहिए, जो कई वर्षों से लंबित हैं और धन के लिए कई अनुरोधों के बावजूद धन स्वीकृत नहीं किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को स्कूल जाने के लिए समय पर एसटी बस नहीं मिलती है, इसलिए कई छात्र शिक्षा के लिए पैदल स्कूल जाते हैं। विधायक शेलके ने यह भी मांग की कि उनकी असुविधा को दूर करने के लिए विधायक निधि से साइकिलें वितरित करने या बसें शुरू करने की अनुमति दी जाए।
जाम्भुल को एक खेल परिसर की जरूरत है और तलेगांव को एक थिएटर की जरूरत है मावल तहसील में, कई युवा पुरुष और महिलाएं खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रहे हैं। हालाँकि, मावल तहसील में अभी तक ऐसा कोई अत्याधुनिक खेल परिसर नहीं है। जम्भुल में ग्यारन साइट पर एक खेल परिसर बनाने की अनुमति प्राप्त करने के लिए कई बार प्रयास किया गया है। इसे मंजूरी मिलनी चाहिए। साथ ही, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत वाले तलेगांव दाभाड़े शहर में एक थिएटर होना चाहिए। इस शहर से कई कलाकार निकले हैं। कलापिनी, श्रीरंग कला निकेतन जैसी संस्थाएँ सांस्कृतिक क्षेत्र में कार्य कर रही हैं। विधायक शेलके ने शहर में थिएटर स्थापित करने की भी मंजूरी देने की मांग की।
अतिक्रमण की कार्रवाई सिर्फ छोटे व्यवसायों पर?
कुछ साल पहले लोनावाला शहर में एक उच्च स्तरीय समिति नियुक्त की गई थी। इस समिति की नियुक्ति का उद्देश्य इस क्षेत्र में अतिक्रमण पर नियंत्रण करना था। लेकिन, यह कमेटी सिर्फ आम नागरिकों,छोटे व्यवसायियों की दुकानों और शेडों पर ही कार्रवाई करती नजर आ रही है। इस अवसर पर विधायक शेलके ने सवाल उठाया कि शहर में बड़े होटलों के सामने अतिक्रमण और शेड के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।