Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) छत्रपति शिवाजी महाराज का गड़कोट किला हमारी विरासत है और हम इसे संरक्षित करने का प्रयास जरूर करेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहले चरण में शिवाजी महाराज से जुड़े विभिन्न 20 पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा रहा है, जिसमें रायगढ़ किले की तरह शिवनेरी को भी विकसित किया जाएगा।
शिवजन्मोत्सव समारोह में ये मान्यवर पधारे
शिवनेरी किले में आयोजित शिवजन्मोत्सव समारोह के अवसर पर शिंदे बोल रहे थे। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस,उपमुख्यमंत्री और जिला संरक्षक मंत्री अजीत पवार,सहकारिता मंत्री दिलीप वलसे पाटिल,सांसद अमोल कोल्हे,विधायक अतुल बेंके,पूर्व सांसद और म्हाडा के पुणे हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष शिवाजीराव आढवग राव पाटिल उपस्थित थे। पूर्व विधायक शरद सोनवणे, विभागीय आयुक्त चंद्रकांत पुलकुंडवार, कोल्हापुर क्षेत्र के विशेष अधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक सुनील फुलारी, जिला योजना समिति के सदस्य आशाताई बुचके, कलेक्टर डॉ.सुहास दिवसे,मुख्य वन संरक्षक एन. आर प्रवीण,जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश चव्हाण, जिला पुलिस अधीाक्षक पंकज देशमुख, वन संरक्षक अमोल सातपुते, मराठा सेवा संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष विजय घोगरे आदि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज ने उस समय किले पर पानी की हर बूंद का उपयोग करके वास्तुकला, इंजीनियरिंग में दूरदर्शिता दिखाई। शिव छत्रपति पराक्रम, शौर्य, त्याग, समर्पण और दूरदर्शिता के नेता थे। वह सर्वव्यापी थे और सभी के साथ काम करते थे। वे युगपुरुष, युगप्रवर्तक और रैयतों के राजा थे। उन्होंने अथरापगढ़ जाति और धर्म के लोगों को एक साथ लाया। उन्होंने तलवार उठा ली लेकिन उस पर निर्दोषों के खून का दाग नहीं लगने दिया। इसलिए उनकी तलवारों से खून की नहीं बल्कि इंसानियत की बू आती है। ये सिर्फ एक इंसान नहीं बल्कि एक सोच थी।
छत्रपति शिवाजी महाराज के गड़कोट किले को विश्व धरोहर स्थल
शिवजयंती मनाते समय यदि हम सब शिवराया से एक भी गुण अपना लें तो यही उन्हें सच्ची आदरांजलि होगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हम एक समाज, राज्य, देश और इंसान के तौर पर और अधिक प्रगति करेंगे। इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नौसेना समारोह में अपनी पूर्ण लंबाई वाली प्रतिमा का अनावरण किया और नौसेना के ध्वज पर शिव प्रतिमा को भी शामिल किया जो हम सभी के लिए गर्व की बात है। कुपवाड़ा में भारत-पाकिस्तान सीमा पर सेना के जवानों द्वारा शिवाजी महाराज की एक घुड़सवारी प्रतिमा बनाई गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि आगरा के दीवान-ए-आम में पिछले साल से शिवाजी महाराज की जयंती मनाई जा रही है। प्रधानमंत्री ने छत्रपति शिवाजी महाराज के गड़कोट किले को विश्व धरोहर स्थल में शामिल करने की सिफारिश की है। ये हमारे लिए गर्व की बात है। जुन्नर एक पर्यटन तहसील है और यहां तेंदुए की सफारी विकसित करने की घोषणा की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि हम यहां सुकालवेडे, बोरघर, डूचकेवाड़ी, खेतेपाथर के माध्यम से शिवजन्म भूमि और भीमाशंकर तीर्थ स्थलों को जोड़ने का प्रयास करेंगे।
केंद्र सरकार किलों के विकास के लिए एएसआई नियमों में ढील देने को लेकर सकारात्मक है-देवेंद्र फड़णवीस
राज्य में किले के संरक्षण में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को आ रही दिक्कतों को लेकर केंद्र सरकार के स्तर पर बैठक हुई। इसमें पुरातत्व विभाग की मानक प्रक्रिया को सरल बनाने का वादा किया गया। विधि आसान होने पर किला संरक्षण कार्य में तेजी आएगी। उपमुख्यमंत्री श्री फड़नवीस ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज किले को विश्व धरोहर स्थल में शामिल करने की सिफारिश की गई है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने शिव राज्याभिषेक कर स्वराज्य की स्थापना की। महाराजा का राज्याभिषेक हुआ लेकिन उन्होंने राजा के रूप में एक दिन भी आराम नहीं किया। उनकी प्रेरणा से ही सरकार काम कर रही है। जब तक सूरज चाँद रहेगा तब तक इस भारत भूमि पर शिवाजी महाराज की जय जयकार होती रहेगी। शिव राजाभिषेक समारोह के अवसर पर शिवाजी महाराज के विचारों और चरित्र को बच्चों तक पहुँचाने के लिए राज्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। प्रत्येक विभाग के मुख्यालय के रूप में शिव सृष्टि की स्थापना करने का निर्णय लिया गया।