Pune News पिंपरी,मावल(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिले की मावल लोकसभा क्षेत्र से एनडीए की ओर से किसको उम्मीदवार बनाया जाए इस बात को लेकर कई दिनों से माथापच्ची चल रही है। लेकिन आज दिल्ली से एक चौंकाने वाली खबर ने सबको हिला करके रख दिया है। महाराष्ट्र के तेजतर्रार कामगार नेता यशवंत भोसले का मावल में एन्ट्री से वर्तमान सांसद श्रीरंग बारणे का गणित बिगड़ते नजर आ रहा है। बारणे की उम्मीदवारी पर ब्रेक लगने की खबर आ रही है। देश के गृहमंत्री अमित शाह मावल सीट को किसी भी हालत में भाजपा के पास रखना चाहते हैं। पिंपरी चिंचवड,तलेगांव,उरण समेत पूरा महाराष्ट्र एक औद्योगिक नगरी है। लाखों कामगारों को भाजपा के साथ जोड़ने के लिए एक व्यूहरचना तैयार की गई है। जिसका मजबुत विकल्प यशवंत भोसले के रुप में नजर आ रहा है। भाजपा हाईकमान चाहता है कि मावल से श्रमिक नेता यशवंत भोसले को टिकट देकर महाराष्ट्र के लाखों श्रमिकों को यह संदेश जाए कि उनकी लड़ाई लडने वाला उनका चहेता नेता यशवंत भोसले को टिकट देकर कामगार हित में भाजपा सोच रखती है। इससे भाजपा को जबर्दस्त फायदा हो सकता है। महाराष्ट्र से लाखों श्रमिक भाजपा से जुड़कर मतदान करेंगे। महाराष्ट्र में 10 लोकसभा की सीटें ऐसी हैं जहां श्रमिक,कामगारों का वोट निर्णायक भूमिका में है। भाजपा हाईकमान की इस दूरदृष्टि को एक मास्टर स्ट्रोक के रुप में माना जा रहा है।
कामगार नेता यशवंत भोसले मावल सीट से भाजपा टिकट की रेस में
आपको बताते चलें कि तीन दिन पहले नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड युनियन्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय श्रमिक आघाडी के अध्यक्ष यशवंत भोसले ने एक प्रेसवार्ता में मावल सीट से भाजपा के टिकट के लिए अपनी दावेदारी ठोंकी थी। भोसले पिछले 15 सालों से भाजपा में रहकर लाखों श्रमिकों को भाजपा विचारधारा से जोडने का काम किया। सैकडों कंपनियों में इनकी युनियन चलती है। इसके माध्यम से अब तक हजारों कामगारों की रोजी रोटी बचाने का महान काम किया है। पुणे जिले तक सीमित न रहकर पूरे महाराष्ट्र में कामगारों की लड़ाई लडने का काम कर रहे हैं। धरना,आंदोलन,मोर्चा,कानूनी लड़ाई के माध्यम से श्रमिकों को न्याय दिल रहे है। लाखों श्रमिकों के लिए एक देवतुल्य बन चुके हैं।
मावल लोकसभा क्षेत्र में 19 लाख मतदाता,70% श्रमिक मतदाता
यशवंत भोसले ने कहा है कि वर्तमान में जातिय व्यवस्था को ध्यान में रखकर राजनीतिक पार्टियां टिकट दे रही हैं, और प्रतिनिधियों को चुनकर लोकसभा भेजा जाता है। संसद भवन जातिय व्यवस्था के लिए नहीं देश की संसद भवन है,जहां गरीबोें,मजदूरों,श्रमिकों,युवाओं,किसानों,उद्योग से जुडे मुद्दे को उठाया जाता है। मावल लोकसभा क्षेत्र में पिंपरी,चिंचवड,तलेगांव,उरण में एमआयडीसी है। जिसमें लाखों की संख्या में कामगार काम करते है। अगर मेरे(यशवंत भोसले) जैसा कामगार नेता को मावल से भाजपा ने टिकट दिया तो लाखों कामगार भाजपा के साथ जुडकर मतदान करेंगे,और मेरे रुप में अपनी आवाज को संसद भवन तक पहुंचाने का काम करेंगे। इस मावल क्षेत्र में 19 लाख मतदाता हैं। जिसमें से 70% मतदाता श्रमिक हैं। जिनका मैं प्रतिनिधि कर रहा हूं। श्रमिक क्षेत्र से मेरे रुप में कामगारों के जनप्रतिनिधि को भाजपा मावल से टिकट दिया गया तो महाराष्ट्र में लाखों कामगार भाजपा से जुडेंगे और मतदान करेंगे।
मावल सीट पर भाजपा की मजबुत दावेदारी
आपको यह भी बताते चलें कि मावल समेत शिंदे शिवसेना के वर्तमान 6 सांसदों के टिकट पर ग्रहण लगते नजर आ रहा है। मावल सीट को स्थानीय भाजपा ईकाई ने प्रदेश और राष्ट्रीय हाईकमान से मांगी है। शिंदे शिवसेना का यहां कोई संगठन नहीं है। भाजपा का मजबुत संगठन कार्यरत है। अगर यह सीट भाजपा के कोटे में रहती है और कामगार नेता यशवंत भोसले को मैदान में उतारा जाता है तो मावल समेत महाराष्ट्र की 10 सीटों पर कामगार निर्णायक वोट दे सकते हैं। फिलहाल भाजपा कार्यालय नई दिल्ली से खबर यही छनकर आ रही है कि वर्तमान सांसद बारणे का टिकट को होल्ड पर रखा गया है।