- 19 सालों से टीचर के पद पर नौकरी कर रहे।
गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज के कटेया प्रखंड के अलग-अलग स्कूल में शिक्षक के पद पर पिछले 19 सालों से नौकरी कर रहे दो सगे भाइयों के जन्मदिन को लेकर चौकाने वाला मामला सामने आया है।
दोनों भाइयों की जन्म तिथि के अनुसार 4 माह 25 दिन के छोटा बड़ा है। इसके आधार पर पिछले 19 सालों से दोनों भाई नियोजित शिक्षक के तौर पर सेवा दे रहे हैं। लेकिन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी थी।
वहीं स्थानीय मुखिया और नियोजन इकाई के अध्यक्ष के शिकायत पर अब शिक्षा विभाग हरकत में आकर मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही स्पष्टीकरण मांगने के साथ दोनों भाईयों के वेतन पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
दरअसल, इस मामले में कटेया प्रखंड के रामदास बगही पंचायत के मुखिया गृजेश कुमार शर्मा ने बताया कि मुखिया बनने के बाद मैं कागजातों की जांच कर रहा था। तभी हमारी नजर नियोजित शिक्षकों के कागजात पर गई। जिसे गौर से देखा तो नियोजन में अनियमितता का मामला सामने आया। इसमें कोल्हुआर बगही गांव निवासी शिव पूजन शर्मा के एक बेटा संजय शर्मा जो कलुआड़ बगही गांव के उम्र उ.म. विद्यालय में कार्यरत है।
इनकी बहाली 2005 में निकले नियोजन के अनुसार 9 मई 2005 को हुई थी। जबकि इसी विज्ञापन के अनुसार इनके छोटे भाई विजय कुमार शर्मा की बहाली 2006 में हुआ जो संदिग्ध है। इन दोनों भाईयों के सर्टिफिकेट में अंकित जन्मतिथि का मिलान किया गया तो उसमें विजय कुमार शर्मा का जन्म तिथि 10 फरवरी 1984 है।
जबकि इनके बड़े भाई संजय शर्मा का 15 सितंबर 1983 अंकित किया गया है। दोनों के जन्मदिन में 4 माह 25 दिन का अंतर है। जो कही से संभव नहीं है। फिलहाल विजय कुमार शर्मा सुल्तानपुर उ.म.विद्यालय में पंचायत शिक्षक के पद पर कार्यरत है।
इस मामले को लेकर अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के पास पत्र लिखकर शिकायत की गई है। इसके बाद शिक्षा विभाग द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी स्थापना द्वारा एक पत्र निर्गत किया गया। इसमें उन्होंने आवेदक द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर दोनों भाइयों के जन्म तिथि 4 माह 25 दिन के अंतर होने के मामले में दोनों भाइयों के पास स्पष्टीकरण की मांग की गई।
लेकिन दोनों भाइयों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने के कारण गलत जन्म तिथि के आधार पर गलत तरीके से नियोजन प्राप्त किया गया है, जो विभागीय नियम के विपरीत है।
डीपीओ स्थापना ने उसे 15 दिनों का समय दिया है, ताकि अपना जन्मतिथि सुधरवा सके। इसके पूर्व दोनों शिक्षक भाइयों के वेतन पर रोक लगा दी गई है। साथ ही ससमय सुधार नहीं कराने की स्थिति में नियोजन को रद्द करने के लिए अनुशंसा किया जाएगा। इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि समाहरणालय से एक आवेदन पत्र हमारे कार्यालय को प्राप्त हुआ है। इस पर डीपीओ स्थापना द्वारा कार्रवाई की गई है।
दोनों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। दोनों के जन्म में 4 माह का अंतर है। उनके द्वारा जवाब दिया गया है। साथ ही एक साक्ष्य प्रस्तुत करने का समय दिया गया है। जैसे ही कुछ गलत पाया जाता है वैसे ही बोर्ड या विभाग को लिखा जाएगा। साथ ही ये नियोजित शिक्षक है इसलिए नियोजन इकाई को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।