• एक बाइक पर दो बदमाश थे सवार, घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश मीरगंज की ओर हुए फरार।
• हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल में जख्मी व्यवसायी ने तोड़ा दम।
हथुआ। व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज थाने के सबेया मोड़ के समीप शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने एक मछली व्यवसायी को गोलियों से भून डाला। जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। आनन फानन में जख्मी को हथुआ के अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दे दिया। मृतक मछली व्यवसायी जय बहादूर सिंह हथुआ थाने के रूपनचक गांव के रहने वाले थे। हत्या के बाद सबेया मोड़ पर भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। इस बीच हमलावर बदमाश बाइक पर सवार होकर मीरगंज की ओर फरार हो गए। बाद में मौके पर पहुंची मीरगंज पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे हथुआ थाने के रूपनचक गांव के रहने वाले मछली व्यवसायी जय बहादूर सिंह बाइक पर सवार होकर अपने भतीजा के साथ से सबेया मोड़ पर चाय पीने जा रहे थे। वह सबेया मोड़ पर जैसे ही बाइक से उतर कर होटल की ओर बढ़े तब तक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उनके उपर अंधाधुंध फॉयरिंग करना शुरू कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। बाद में लोगों की मदद से उन्हें हथुआ के अनुमंडलीय अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाद में जैसे ही इसकी खबर लोगों को लगी, लोग आक्रोशित हो उठे। गुस्साए लोग अस्पताल परिसर में ही हंगामा करने लगे। बाद में पहुंची पुलिस के वाहन पर लोगों ने हमला कर शीशे तोड़ डाले और हथुआ टेम्पु स्टैंड मोड़ पर आगजनी भी की। हालात बेकाबू होते देख मौके पर हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार द्वारा कई थानों की पुलिस बुला ली गई। बाद में मौके पर एसपी मनोज तिवारी भी पहुंच गए। प्रशासन व गुस्साए लोगों के बीच काफी देर तक समझौता का प्रयास चलता रहा।
आपको बताते चलें कि बदमाशों के गोलियों के शिकार हुए रूपनचक के जयबहादूर सिंह मछली के व्यवसाय से जुड़े थे। वह स्वयं मछली पालन का काम करते थे। गांव के चंवर में वह मछली पालने के लिए तालाब की खुदाई करवाए थे जिसमें वह मछली पालने का काम करते थे। प्रतिदिन की तरह वह शुक्रवार की सुबह भी चाय पीने के लिए बाइक से सबेया मोड़ पर जा रहे थे तब तक बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। हत्या के पीछे क्या कारण है अभी स्पष्ट नहीं हो सका है लेकिन चर्चा है कि हत्या के पीछे रंगदारी की बात हो सकती है।
वहीं हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं करायी गई है।