पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में शर्मसार करने देने वाली घटना देखने को मिली। एक क्रूर माँ अपने तीन दिन के जन्मे नवजात शिशू को जिंदा दफनाने निकली। आधा शरीर गाडने में कामयाब भी हो गई। मगर किसानों ने देख लिया और नवजात बालक को जमीन से बाहर निकाला। दोनों आरोपी किसानों को झटक करके भागने में कामयाब हो गए। पुलिस ने नवजात बालक को सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। डॉक्टर्स के अनुसार बालक ठीक है। ऐसा ही एक मामला कल पिंपरी चिंचवड शहर के कालेवाडी तापकीर माला में घटी। सुबह तडके मां अपने नवजात शिशू को कचरा कुंडी में फेंककर फरार हो गई थी। पुलिस ने जीजामाता हॉस्पिटल में बच्चे को इलाज के लिए भर्ती कराया है।
पुणे के पुरंदर अंतर्गत अंबोडी परिसर में नवजात बालक को जिंदा गाडने की घटना घटी। पांडुरंग नामक किसान की सर्तकता के चलते बालक को बचाया जा सका। मिट्टी में दबने के कारण तेज आवाज में चीख रहा था। चीख सुनकर किसान वहां पहुंचा और बच्चे को बचाने का नेक काम किया। बताया जा रहा है कि बच्चे को एक साडी में लपेट कर गाडा जा रहा था। पुलिस आसपास के कैमरों के आधार पर आरोपियों को पकडने की कार्रवाई में जुट गई है।
सासवड़ पुलिस स्टेशन में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू हो गई है। पुलिस गांव के आसपास लगे कैमरों की सहायता से आरोपियों की तलाश कर रही है। सासवड़ पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर डीएस हाके ने बताया,फहमें फोन से इस मामले की जानकारी मिली और हमने एक टीम को मौके पर भेजा। आरोपी बच्चे को जिंदा गाड़ने का प्रयास कर रहे थे। हमने दो अज्ञात लोगों और बच्ची के माता-पिता (जिनकी पहचान नहीं हुई है) के खिलाफ आईपीसी की धारा 315 और 317 के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल बच्चे की पहचान नहीं हो सकी है।फ डीएस हाके ने बताया कि बाइक के नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश जारी है। इंस्पेक्टर हाके ने बताया कि एक लड़के को इस तरह दफनाने के पीछे के मकसद की जांच जारी है।