पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के खराडी परिसर में एक दरहगाह में 5 महिने की नवजात बच्ची पुलिस को मिली। उसके अपने जन्नदाता ने दरगाह में मरने के लिए छोड गए। लेकिन पुणे की महिला पुलिस माँ बनकर बच्ची को उठाया और गले से लगाया। दुध पिलाकर भूख प्यास से चिल्ला रही बच्ची को जीवनदान दिया। दरगाह के पीर बाबा ने जब बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो 100 नंबर डायल करके पुलिस को सूचना दी।
दरगाह में थोडी देर में दामनी पथक के दो महिला कांस्टेबल उज्जवला बनकर और सुवर्णा वालके पहुंचे और बच्ची को उठाकर ले गए। बच्ची को इलाज करने के लिए ससून में भर्ती कराया गया। बच्ची भूखी प्यासी होने के कारण बिलख रही थी अगर समय पर उसे दामनी पुलिस की मदद न मिलती तो जान को खतरा हो सकता था। बच्ची के कपडों और शक्ल सुरत से किसी अच्छे घर की लग रही है।
वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक सुनिल जाधव ने जानकारी दी कि हम दरगाह के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज को जांच रहे है। ताकि पता चल सके कि बच्ची को वहां कौन छोड गया है। कुछ दिन पहले कात्रज घाट में सडक किनारे ऐसी एक नवजात बच्ची मिली थी। गश्त पर तैनात एक सहायक पुलिस निरिक्षक मधुरा कोराणे ने बच्ची को उठाकर डॉक्टरी जांच के लिए ससुन ले गई थी।