पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश और उनकी टीम ने गहुंजे क्रिकेट बेटिंग प्रकरण में गिरफ्तार 37 सट्टेबाजों का अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन होने का आज खुलासा किया। भारत-इंग्लैंड मैच के दूसरे दिन खेल में तीन अलग अलग ठिकानों पर छापा मारकर 33 सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया था। उनसे कडी पूछताछ में 4 अन्य मुख्य आरोपियों का सुराग लगा और उनको नागपुर,मुंबई से गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि इन सट्टेबाजों का अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन है। ये लोग हर बॉल पर सट्टा खेलते थे और लगवाते थे। एक ऍप के माध्यम से सट्टा लगाने वाले इनके साथ जुडे थे। 24 और सट्टेबाजों का पता चला है। शीघ्र ही उनको भी गिरफ्तार किया जाएगा। कोर्ट में पुलिस की ओर से मजबुती के साथ पक्ष रखा जाएगा ताकि जल्दी बाहर निकल न सके। अभी हम क्रिकेट बेटिंग के रावण का एक सिर काटा है जल्द ही बाकी सिर काटेंगे। ऐसा पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने आज पत्रकार परिषद में बताया।
पुलिस ने 26 मार्च को गहुंजे में भारत-इंग्लैंड क्रिकेट मैच के दौरान तीन स्थानों से एक ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह का भंडाफोड़ किया था। पकड़े गए आरोपी अलग-अलग राज्यों के हैं और उनका नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर के सटोरियों के साथ होने की संभावना है। पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने ऐसा कहा। मामले के सिलसिले में अब तक पुलिस ने 37 लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य 25 आरोपियों को बरी कर दिया गया है और गिरफ्तारी चल रही है। चेतन जगदीश डावर (27,निवासी शिवनगर,नागपुर),बिपिनकुमार मणिलाल तन्ना (52,वर्सोवा पुलिस स्टेशन,अंधेरी वेस्ट,मुंबई) के सामने,राहुल अजय सखला (27,अंधेरी वेस्ट,मुंबई निवासी),अजय वसंत शाह (उम्र 44,गोरेगांव पश्चिम,मुंबई निवासी) को 29 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। कार्तिक राजकुमार चावला (28,पटेलनगर,नई दिल्ली के निवासी),गोविंद राजेश मनिहार (31,नागपुर निवासी),गौरव हरीश वाघवा (30,निवासी सोनिपाठ,हरियाणा),रायन सैमुअल कायाडो (21,नागपुर निवासी) गोवा),अमित सुभाष चौधरी (उम्र 25, इंदौर,मध्य प्रदेश के निवासी) और 28 अन्य को पुलिस ने 27 मार्च को गिरफ्तार किया था।
पुलिस आयुक्त के अनुसार भारत-इंग्लैंड क्रिकेट मैच 26 मार्च को खेला गया था। भोलू,भोपाल में मुख्य बुकी,और नागपुर में प्रमुख बुकी चेतन उर्फ सोनू डावर पर मैच में आरोप लगाए गए। वाकड़ पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने बाद में मामुर्डी, घोराडेश्वर पहाड़ी और विमानगर के एक होटल में एक निर्माण स्थल पर 33 लोगों को गिरफ्तार किया। जब पुलिस कार्रवाई के लिए गई,तो आरोपियों ने पुलिस को धक्का दिया और उन्हें घायल कर दिया। इससे सरकारी काम में भी बाधा आयी।
डेहूरोड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले में 75 मोबाइल फोन,तीन लैपटॉप,अत्याधुनिक कैमरे,दूरबीन और 45 लाख 37,400 रुपये नकद जब्त किए। कोरोना शुरू होते ही हाल ही में एक दिवसीय क्रिकेट मैच दर्शकों के बिना खेले गए। मैदान पर कोई दर्शक नहीं होने के कारण सभी क्रिकेट प्रशंसक टीवी और ऑनलाइन क्रिकेट मैच देख रहे थे। वास्तविक क्रिकेट मैच और इसका प्रसारण लगभग छह मिनट अलग है। इस अंतर का फायदा उठाते हुए, आरोपी इस पर दांव लगाने के लिए अपने विभिन्न अनुप्रयोगों का उपयोग कर रहे थे। ऐसे लोगों का एक समूह है जो सट्टेबाजी का ऍप बनाते हैं और उस पर दांव लगाते हैं। तो खेल के प्रति उत्साही लोगों का एक समूह है जो वास्तव में पैसा लगाते हैं। सट्टेबाजों की एक टीम वास्तविक क्रिकेट मैच देख रही है। उनके आवेदन में सभी लेन-देन वहां क्या होता है और सट्टेबाजी समूह को भारी वित्तीय लाभ मिलता है,उसके अनुसार बदलते हैं। इसलिए आम नागरिक पैसे खो देते हैं। भारत में सट्टेबाजी का ऍप अवैध है। इस बीच आरोपी गहुंजे में स्टेडियम के बगल में एक ऊंची इमारत में और एक पहाड़ी पर बैठ गया। वहां से समूह ने एक अत्याधुनिक कैमरे पर एक क्रिकेट मैच देखा और अपने सट्टेबाजी ऐप में वित्तीय गणनाओं को बदल दिया।
आरोपियों का एक समूह गहुंजे स्टेडियम के बगल में एक ऊंची इमारत में खड़ा था जबकि एक समूह घोराडेश्वर पहाड़ी पर खड़ा था और मैच देख रहा था। एक समूह पुणे के एक पांच सितारा होटल में बैठा था और उसे नियंत्रित कर रहा था। मामले में कुल 13 ऐप का इस्तेमाल किया गया है और उनमें से एक के मालिक और डेवलपर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुंबई और नागपुर में दो मुख्य सटोरियों को भी गिरफ्तार किया है।
इस मामले का जाल नागपुर,मुंबई,दिल्ली,हरियाणा,जयपुर,गोवा तक बिछा है। देशभर के अन्य महत्वपूर्ण शहरों में सटोरियों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। इसलिए, पुलिस ने अनुमान लगाया है कि मामला अंतरराष्ट्रीय सटोरियों से जुड़ा हो सकता है। पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश,अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले,उपायुक्त आनंद भोइटे,सहायक पुलिस आयुक्त प्रशांत अमृतकर,अपराध शाखा इकाई के वरिष्ठ निरीक्षक-4 प्रसाद गोकुल,वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रामदास इंगवाल के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। यूनिट 5,पुलिस के सहायक निरीक्षक अंबरीश देशमुख और उमेश लोंढे,हरीश माने,उप-निरीक्षक नंदकुमार कदम की टीम ने कार्रवाई की।