गया| व्हीएसआरएस न्यूज: गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के झुरांग में वन विभाग ने वन क्षेत्र में बसे एक दर्जन परिवारों के आशियाना को आग लगाकर उजाड़ दिया। कार्रवाई विधि सम्मत की गई, क्योंकि वन विभाग की जमीन पर घर बनाना गैरकानूनी है। परंतु बिना किसी सूचना के किसी का घर जला देना सही कैसे कहा जा सकता? फिलहाल, महादलित परिवार भटक रहा है।
झुरांग में महादलित परिवारों पर शनिवार को यह कार्रवाई वन विभाग ने की। वन विभाग से अनुबंध पर बहाल गार्ड ने सभी घरों में आग लगा कर चले गए। घटना में सिर्फ मकान ही नहीं जला, बल्कि उनके भरण-पोषण के साधन भी स्वाहा हो गए। बड़ी बात है कि लोग घरों के अंदर थे, तभी गार्ड ने आग लगा दी। ऐसी स्थिति में हताहत भी हो सकता था। वह तो अच्छा हुआ कि लोग आग लगते ही घरों से बाहर निकल गए।
घटना को लेकर बसंती देवी ने बताया कि पहले वन विभाग के तालाब के निकट अपना घर बना कर रह रहे थे। बरसात के मौसम में पानी भर जाने के कारण घर में रहना मुश्किल था, इसलिए ऊंचाई पर झोपड़ी बना लिया। वन विभाग के टाइटल गार्ड लोग आए और घर बनाने का कार्य को रोका। साथ ही महाशिवरात्री के दिन सभी के घरों में आग लगा दी। अगलगी की घटना में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
वही वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विभाग की जमीन पर किसी तरह का निर्माण गैरकानूनी है। वहीं, बेघर हुए लोग सड़क पर ठोकर खाने को मजबूर हो गए हैं। असंगठित कामगार कांग्रेस पार्टी के जिलाधयक्ष नंदलाल प्रसाद ने बेघर हुए लोगों से मुलकात किया। उन्होनें ने कहा कि जब तक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक उन्हें बेघर नहीं किया जाना चाहिए था। समस्या अब यह हो गई है कि लोग खुले छत के नीचे सोने को मजबूर हैं। उन्होंने इस समस्या को लेकर डीएम से मुलाकात करने की बात कही है।