पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। पिछले कुछ दिनों से, राज्य में कई राजनीतिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और सेलिब्रिटीज कोरोना से पीड़ित ह््ैं। महाराष्ट्र में कुछ नेताओं ने कोरोना के कारण अपना जीवन खो दिया है। पिछले तीन दिनों में राज्य के तीन महत्वपूर्ण नेताओं की मृत्यु कोरोना के कारण हुई है।
वरिष्ठ शिवसेना नगरसेविका कल्पना पांडे का निधन
नासिक वार्ड नंबर 24 का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ शिवसेना नगरसेविका कल्पना पांडे का निधन कोरोना के कारण हो गया है। उन्होंने कुछ दिनों पहले कोरोना का अनुबंध किया था। उनका नासिक के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। आज सुबह इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। कल्पना पांडे के निधन से राजनीतिक क्षेत्र में खलबली मच गई है। उनके निधन से शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। कल्पना पांडे नासिक वार्ड नंबर 24 का प्रतिनिधित्व कर रही थी्ं। वह नासिक पालिक चुनावों में लगातार चार बार चुनी गई्ं। कोरोना के समय में भी वह फ्रंटलाइन पर काम कर रही थी। कोरोना अवधि के दौरान उन्होंने कई लोगों मदद के लिए काम किया। जैसे कि रोगी को अस्पताल पहुंचाना, दवा प्रदान करना और जागरूकता बढ़ाना। कल्पना पांडे ने दो बार सिडको वार्ड चेयरपर्सन के रूप में कार्य किया है। उन्होंने नासिक पालिका की कई समितियों में भी काम किया। कल्पना पांडे का पालिका में काम के प्रति रुख बहुत आक्रामक था। स्थायी समिति के सदस्य के रूप में उन्होंने हमेशा स्पष्ट भूमिका निभाई्।
कोरोना के कारण भाजपा जिला उपाध्यक्ष की मौत
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के पालघर जिले के उपाध्यक्ष लक्ष्मण वर्खांडे की मृत्यु कोरोना के कारण हुई है। उन्होंने कुछ दिनों पहले कोरोना का अनुबंध किया था। उन्हें इलाज के लिए 4 अप्रैल को गुजरात के वापी में भर्ती कराया गया था। लक्ष्मण वर्खंदे पिछले आठ दिनों से कोरोना से जूझ रहे थे। लेकिन उनका कोरोना संघर्ष विफल रहा है। आज सुबह लक्ष्मण वर्खांडे की इलाज के दौरान मौत हो गई्। इससे राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मच गई है।
कांग्रेस विधायक रावसाहेब अंतापुरकर का निधन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिलोली निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रावसाहेब जयवंतराव अंतापुरकर का शनिवार सुबह मुंबई में निधन हो गया। रावसाहेब अंतापुरकर एक जमीनी नेता के रूप में जाने जाते थे जिन्होंने आम आदमी के साथ काम किया। लगभग 25 दिन पहले रावसाहेब अंतापुरकर कोरोना से संक्रमित थे। कुछ दिनों के लिए शुरू में उनका इलाज नांदेड़ के भगवती अस्पताल में किया गया था। हालांकि उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका पिछले 12 दिनों से मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। रावसाहेब अंतापुरकर मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे। इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।राजनीति में आने से पहले वह मुंबई महाराष्ट्र विद्युत मंडल के सतर्कता विभाग में एक इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने 2009 में नौकरी छोड़ दी। उसके बाद रावसाहेब अंतापुरकर ने देगलूर-बिलोली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। इसमें उन्होंने बाजी मारी। 2019 में भी रावसाहेब अंतापुरकर ने सुभाष सबने को हराया था।