Maharashtra News मूंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र में उठे सियासी तूफान के बाद राजनीतिक उठा पटक जारी है। अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने बगावत करने वाले विधायकों पर एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने इन विधायकों को बर्खास्त करते हुए कहा कि पार्टी के प्रतीकों को इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विधायक शिवाजीराव गरजे को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया गया है। यह एनसीपी की ओर से की गई पहली तरह की कार्रवाई है। शिवाजीराव गर्जे अजित पवार के करीबी हैं और वह शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। अजित पवार के महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने गुस्सा जाहिर करना शुरू कर दिया है। कल हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उनके साथ प्रफुल्ल पटेल भी नजर आए थे, जिसके बाद आज दिल्ली में स्थित एनसीपी दफ्तर से प्रफुल्ल पटेल की तस्वीरें हटा दी गई हैं।
एनसीपी ने अकोला जिला के अध्यक्ष विजय देशमुख और मुंबई विभाग के कार्याध्यक्ष नरेंद्र राणे को भी शपथ विधि कार्यक्रम में हाजिर रहने के चलते पद से हटा दिया है। अजित पवार के महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने गुस्सा जाहिर करना शुरू कर दिया है। कल हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उनके साथ प्रफुल्ल पटेल भी नजर आए थे, जिसके बाद आज दिल्ली में स्थित एनसीपी दफ्तर से प्रफुल्ल पटेल की तस्वीरें हटा दी गई हैं।
शरद पवार के साथ बैठक में नेता लाएंगे एफिडेविट
पार्टी में हुई बगावत के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने 5 जुलाई को नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। खास बात यह है कि इस बैठक में शामिल नेताओं और पदाधिकारियों को अपने साथ एफिडेविट लेकर आना होगा।
जयंत पाटिल के इस फैसले को एनसीपी चीफ शरद पवार का समर्थन मिला है. शरद पवार ने कहा कि उनके निर्णय को हमारा समर्थन रहेगा। हम नया संगठन खड़ा करेंगे। उन्होंने कहा, कौन गया और किसके लिए गया मैं इसकी चिंता नहीं करता हूं क्योंकि यह अब दो-तीन बार हो चुका है। राज्य में हमारा संगठन मजबूत है।
अजित पवार की बातों का अब कोई महत्व नहीं
शरद पवार ने कहा, एक बार मैं विदेश गया था तो कई लोग पार्टी छोड़कर चले गए थे मुझे कोई चिंता नहीं थी। अजित पवार का फैसला उनका निजी फैसला है। उनकी बातों का अब कोई महत्व नहीं है।