व्हीएसआरएस न्युज – निगडी
इस बारे में राजकुमार मनोहरसिंह (43, निवासी लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स, कांदिवली, मुंबई) ने निगडी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। निगड़ी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गणेश जयदवाड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि, राजकुमार शेयर बाजार में ब्रोकर के तौर पर काम करते हैं। राहुल तिवारी उनका मैनेजर है। आरोपियों ने उनके जरिए शेयर बाजार में निवेश किया है। वे अपने मैनेजर के साथ आकुर्डी के सिल्वर सेवन नामक होटल में ठहरे हुए हैं। उन्होंने राहुल को कालेवाड़ी में नाना काले के पास से निवेश के लिए पांच लाख रुपए लाने के लिए भेजा। पैसे लेने के लिए जाने के बाद राहुल ने राजकुमार को फोन किया कि उसे पैसे मिल गए हैं मगर मुझे बचा लो और फोन काट दिया गया। आधा घंटे बाद उन्होंने राहुल के मोबाइल पर फोन किया तो वह फोन उनके पहचान के अमर कदम ने उठाया और राहुल को जिंदा छोड़ने के लिए 35 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
दो घँटे के बाद फिर राहुल के फोन से राजकुमार को फोन किया गया और तुंरत पैसे न देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। रविवार की सुबह 10 बजे फिर फोन कर पैसों का इंतजाम करने के बारे में पूछा गया। तब राहुल ने भी बात की और कहा कि अगर पैसे नहीं दिए तो ये लोग मुझे जान से मार देंगे। राजकुमार ने पैसों का इंतजाम करने की बात कही। सोमवार को पुनः फोन पर आरोपियों ने पैसों के बारे में पूछताछ की। बैंक के सर्वर का प्रॉब्लम रहने से पैसे नहीं मिल सके, जब राजकुमार ने यह बताया तो आरोपियों ने अपने आदमियों के पास पैसे देने को कहा। फिरौती के लिए बार बार फोन आने से राजकुमार सिंह पुलिस के पास पहुंचे। इसके बाद निगड़ी पुलिस की डिटेक्शन ब्रांच के साथ क्राइम ब्रांच के फिरौती विरोधी दस्ते और यूनिट 1 एवं 2 की टीमें समांतर जांच में जुट गई। आरोपियों के ठिकाने के बारे में निश्चित जानकारी न मिलने से तकनीकी जांच पर ध्यान केंद्रित किया गया।
इसके बाद पुलिस टीमों ने पहले पैसे लेने के लिए आए आशुतोष कदम और राहुल मालगे को हिरासत में लिया। उनके पास से मिली जानकारी और तकनीकी जांच के आधार पर हरिश्चंद्र राजीवड़े और शशांक कदम और उसके बाद तुलशिराम पोकले को हिरासत में लिया गया। इस बीच आज तड़के राहुल तिवारी को थेरगांव के डांगे चौक में छोड़ दिया गया। उसे देहूरोड के गहुन्जे के पास एक कमरे में नग्न अवस्था मे कैद रखा गया था। तीन दिन तक उसके साथ बेल्ट आदि से मारपीट की गई। गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक ऑडी कार समेत 2 आलीशान कार, एक मोटरसाइकिल और सात मोबाइल फोन आदि 61 लाख रुपए का माल बरामद किया गया है। फिलहाल फरार तीन आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
इस पूरी कार्रवाई को फिरौती विरोधी दस्ते के पुलिस निरीक्षक सुधीर अस्पत, यूनिट 2 के पुलिस निरीक्षक शैलेश गायकवाड और उनकी टीमों के साथ निगडी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक एल.एन.सोनवणे, अन्सार शेख, उपनिरीक्षक महेंद्र आहेर, डी.एस. कोकाटे, कर्मचारी के.बी.माकणे, किशोर पढेर, सतिष ढोले, राजेंद्र जाधव, शंकर बांगर, रमेश मावसकर, सुनिल जाधव, शिवाजी नागरगोजे, विलास केकाण, विनोद व्होनमाने, विजय बोडके, राहुल मिसाल, तुषार गेंगजे, अमोल सालुंखे, उमेश मोहीते, दिपक जाधवर, कंठया स्वामी, इरफान मोमीण, तानाजी सोनवणे की टीम ने अंजाम दिया।
शेयर ट्रेडिंग में निवेश के लिए पैसे लेने के लिए मुंबई से आये एक व्यापारी के मैनेजर को अगवा कर उसकी रिहाई के लिए 35 लाख रुपए की फिरौती मांगे जाने मामला पिंपरी चिंचवड़ में सामने आया है। इस मैनेजर को तीन दिन तक कमरे में कैद रखकर उसके साथ मारपीट की गई।तीन दिन बाद मंगलवार के तड़के उसे रिहा किया गया। इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य तीन आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें रवाना हो गई हैं। गिरफ्तार आरोपियों से ऑडी समेत दो आलीशान कारें, दोपहिया, सात मोबाइल फोन कुल 61 लाख रुपए का माल बरामद किया गया है।
राहूल तिवारी (27, फिलहाल निवासी सिल्वर सेवन होटल, आकुर्डी, पुणे) ऐसा अपहृत व रिहा किये गए युवक का नाम है। इस मामले में आशुतोष अशोक कदम (27, निवासी शिवतीर्थ नगर, श्रीनगर, रहाटणी, पुणे), राहुल बसवराज मालगे (22, निवासी गणेश अपार्टमेंट, तापकीर कालोनी, कालेवाडी, पुणे), तुलशीराम नथुराम पोकले (34, निवासी नढ़ेनगर, कालेवाडी, पुणे), हरिश्चंद्र बारकु राजीवड़े (40, बापदेवनगर, किवले, देहूरोड, पुणे) और शशांक जगन्नाथ कदम (39, निवासी किसन कृपा बिल्डिंग, मोरवाड़ी, पिंपरी, पुणे) नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने उन्हें 4 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया है। आरोपियों के अमर अशोक कदम, विकी गरुड़ और उमेश मोरे नामक साथियों की तलाश जारी है।