मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य की उद्धव सरकार ने प्राकृतिक आपदा बारिश के कारण किसानों की बर्बाद फसल का मुआवजा का एलान किया है। पिछले दिनों भारी बरसात से किसानों की धान की खडी व तैयार खेती तबाह हो गई थी। मुख्यमंत्री ठाकरे खुद निरिक्षण करने के लिए निकले थे। किसानों को बर्बाद फसल के लिए 10 हजार करोड का पैकेज सरकार ने घोषित करके राहत पहुंचाने का काम किया। इस पैकेज को दिवाली से पहले किसानों को बांटने का आदेश भी जारी हुआ है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि भले ही राज्य का हिस्सा 38 हजार करोड केंद्र सरकार नहीं दी हो फिर भी किसानों को संकट की घडी में बेसहारा नहीं छोड सकते। उनके आंखों में आंसू नहीं देख सकते।
राज्य में जून से अक्टूबर महीने के बीच अतिवृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। यह नुकसान उठानेवाले किसानों के लिए राहत पैकेज घोषित करने के संदर्भ में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ङ्गवर्षाफ बंगले पर बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, जलसंपदा मंत्री जयंत पाटील, जलसंधारण मंत्री शंकरराव गडाख शामिल हुए तो वहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मदद व पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार व परिवहन मंत्री एड. अनिल परब वीडियो कांप्रैेंसिंग के जरिए शामिल हुए। इस बैठक के बाद आयोजित पत्रकार परिषद में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 10 हजार करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की। नुकसानग्रस्त किसानों को सांत्वना देने के लिए तो वहीं मूलभूत सुविधा पुन: उपलब्ध कराने के लिए आर्थिक मदद घोषित कर रहे हैं, ऐसा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा। राज्य सरकार किस तरह संकट का सामना कर रही है, इसकी जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाविकास आघाड़ी की सरकार सत्ता में आने से पहले भी अतिवृष्टि हुई थी, तभी से मदद की आवश्यकता थी। बीते अक्टूबर-नवंबर महीने से प्राकृतिक आपदा, कोविड संकट आया लेकिन इस दौर में किसानों के कर्जमुक्ति की रकम मिलाकर सरकार ने लगभग 30,800 करोड़ रुपए की मदद दी। संकट के पीछे संकट आए लेकिन जनता के आशीर्वाद से इन संकटों का सामना सरकार गंभीरता से करती रही। यह सरकार आने के बाद से अब तक 9,700 करोड़ रुपए सिर्फ विविध प्राकृतिक आपदाओं पर खर्च किए गए हैं।