मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज)महाराष्ट्र की राजनीति में अचानक भूचाल आ गया। आज भाजपा के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे ने भाजपा से त्यागपत्र देकर राष्ट्रवादी का दामन पकड लिया है।लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थी एकनाथ खडसे राष्ट्रवादी में शामिल हो सकते है। राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने एकनाथ खडसे का राष्ट्रवादी में प्रवेश होने की पुष्टि की है। एकनाथ का जाना भाजपा को बडा झटका माना जा रहा है। भाजपा को राज्य में मजबुत करने सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में एकनाथ का महत्वपूर्ण योगदान रहा। सत्ता मिलते ही भाजपा के शीर्ष खडसे को दरकिनार करते हुए देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया। मुख्यमंत्री बनते ही देवेंद्र ने अपने स्पर्धक दुशमनों को दरकिनार करने का काम किया। भोसरी में एक भूखंड घोटाले के मामले में एकनाथ खडसे का नाम उछाला गया। तब से वे राजनीति के हाशिए पर चले गए थे। खडसे को राकांपा कोटे से कृषिमंत्री बनाया जा सकता है।
जयंत पाटील ने आगे बताया,एकनाथ खडसे के साथ कई और लोग शमिल होने की इच्छा जता रहे है, लेकिन धीरे-धीरे इस पर निर्णय होगा। अभी तक हमने खडसे से ज्यादा बात नहीं की है, लेकिन उनके समर्थक धीरे धीरे पार्टी में शामिल होंगे।
बीजेपी में खडसे के साथ अन्याय हुआ
महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री जयंत पाटील ने कहा,बीजेपी में खडसे पर काफी अन्याय हुआ है। यह सरकार 5 साल चलेगी, इसमें कोई दो राय नहीं है। हम खडसे को दिन में प्रवेश दे रहे हैं,रात में नही दे रहे हैं,जब वह शामिल होंगे तो वो अपनी भूमिका रखेंगे। पाटील ने कहा,बीजेपी पार्टी की जब ताकत नहीं थी,तब खडसे जी ने पार्टी को बढ़ाया था,आज उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है।
फडणवीस ने नाराज थे खडसे
बीजेपी सरकार में कभी नंबर 2 के मंत्री रहे एकनाथ खडसे मंत्रिपद जाने और विधानसभा में टिकट नहीं मिलने के बाद से ही पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस और पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे थे। इस बात की शिकायत उन्होंने कई बार पार्टी आलाकमान से भी की थी। हालांकि उनकी शिकायत पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई।
खडसे के बीजेपी छोड़ने का रोज बनता है मुहुर्त
खडसे की इस्तीफे की अटकलों के बारे में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एक दिन पहले ही तंज किया था। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह के मुहुर्त के बारे में हर रोज ही बात होती है। उन्होंने कहा कि वह इस पर कुछ नहीं बोलना चाहते हैं।