दिल्ली| व्हीएसआरएस न्यूज: यूजर्स के लिए राहत भरी खबर है, कंपनी कथित तौर पर जल्द ही एक नया अपडेट जारी करेगा, जो यूजर्स के लिए अपनी नई प्राइवेसी टर्म्स को ऑप्शनल बना देगा। WaBetaInfo की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स को नई प्राइवेसी टर्म्स को स्वीकार करने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। साथ ही नई पॉलिसी को रिजेक्ट करने का ऑप्शन मिलेगा और WhatsApp फंक्शन्स को सीमित नहीं करेगा।
इन यूजर्स को नहीं मिलेगी ऑप्शनल सुविधा
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग क्लाउड प्रोवाइडर का इस्तेमाल करने वाले WhatsApp Business अकाउंट को मैसेज देना चाहते हैं, उन्हें नई टर्म्स ऑफ़ सर्विस को रिव्यू करने और उन्हें एक्सेप्ट करने की जरूरत होगी। जो यूजर्स बिजनेस अकाउंट से इंटरैक्ट नहीं करते हैं उन्हें किसी भी चीज़ के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। इस अपडेट से जुड़ा एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया गया है, जो दिखाता है कि जब कोई यूजर बिजनेस अकाउंट को मैसेज भेजने का प्रयास करेगा तो ऐप नए टर्म्स और सर्विस पेश करेगा।
Android और iOS यूजर्स के लिए जारी होगा अपडेट
इस मैसेज में कहा गया है, ‘WhatsApp ने हाल ही में अपनी टर्म्स और प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट की है। बिज़नेस चैट मैनेज करने के लिए Facebook कंपनी की एक सिक्योर सर्विस का इस्तेमाल करता है. बिजनेस के साथ चैट करने के लिए, WhatsApp अपडेट को रिव्यू करें और उसे एक्सेप्ट करें।” यूजर्स को ‘Not now’ और ‘Review’ सहित दो ऑप्शन दिखाई देंगे। WABetaInfo ने यह भी दावा किया है कि मैसेजिंग ऐप “बहुत जल्द” की घोषणा करने की योजना बना रहा है और यह Android और iOS दोनों यूजर्स के लिए WhatsApp बीटा पर एक अपडेट जारी करेगा।
WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी पर हुआ था विवाद
Facebook के स्वामित्व वाली कंपनी ने पहली बार इस साल जनवरी में फेसबुक प्रोडक्ट्स में इंटीग्रेटेड सर्विस प्रदान करने के लिए अपनी नई टर्म्स ऑफ़ सर्विस की घोषणा की। इससे पहले कंपनी ने इस साल की शुरुआत में अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर नए नियम लागू किए थे जिस पर कंपनी ने पॉलिसी को स्वीकार न करने पर यूजर के अकाउंट को बंद करने की वॉर्निंग भी दी थी, जिसकी वजह से WhatsApp को तब काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था |
इससे बहुत सारे यूजर्स Signal और Telegram जैसे ऐप्स पर स्विच करने लगे थे| मैसेजिंग सर्विस ने बाद में कहा कि जो लोग नई पॉलिसी को एक्सेप्ट नहीं करते हैं वे ऐप की सभी सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसके लिए WhatsApp की तब भारी आलोचना हुई थी, इसलिए सेवा ने सभी सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करने का फैसला किया, भले ही लोग शर्तों को स्वीकार न करें।
आपको बता दें कि व्हाट्सऐप का प्राइवेसी पॉलिसी विवाद काफी पुराना है, जिसकी शुरुआत इस साल जनवरी में हुई थी। व्हाट्सऐप ने नई प्राइवेसी पॉलिसी को लागू किया था, जिसके मुताबिक व्हाट्सऐप यूजर्स के निजी डेटा का इस्तेमाल अपने व्यापार के लिए कर सकता है। इस पॉलिसी को सभी यूजर्स के लिए स्वीकार करना अनिवार्य किया गया था और अगर यूजर्स ने ऐसा नहीं किया तो उनका अकाउंट बंद करने की बात कही गई थी। इस वजह से दुनियाभर के यूजर्स ने नाराजगी जाहिर की थी और कई यूजर्स ने व्हाट्सऐप यूज करना छोड़ भी दिया था