दिल्ली| व्हीएसआरएस न्यूज: अफगानिस्तान का कंधार शहर इस वक्त तालिबान के हमले से जूझ रहा है। हिंसाग्रस्त इस क्षेत्र से एक दुख भरी खबर सामने आई है। दरअसल, यहां भारतीय पत्रकार (फोटो जर्नलिस्ट) दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। जब यह वारदात हुई, उस वक्त वह अफगान सुरक्षा बलों के साथ एक रिपोर्टिंग असाइनमेंट पर थे। साथ ही, अफगानिस्तान में लगातार हो रही हिंसा की तस्वीरें दुनिया के सामने ला रहे थे। भारतीय पत्रकार के साथ हुई इस दर्दनाक घटना की जानकारी अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममुंडजे ने दी। बता दें कि दानिश सिद्दीकी को पुलित्जर पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
मिली जानकारी के मुताबिक, वो अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रायटर से जुड़े हुए थे। वो अफगानिस्तान की ताजा गतिविधियों पर कवरेज के लिए कुछ दिनों से वहां पर गए थे। दानिश पुलित्जर पुरस्कार विजेता थे। उनकी मौत पर अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय राजदूत फरीद मामुंदजे ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह पहले ही उनकी मुलाकात दानिश से हुई थी। फरीद ने उन्हें अपना करीबी दोस्त बताया है।
वहीं अफगानिस्तान के टोलो न्यूज चैनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सिद्दीकी की हत्या कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में की गई थी। हालांकि चैनल ने पूरी जानकारी नहीं दी। जानकारी के अनुसार सिद्दीकी ने हाल ही में एक पुलिसकर्मी को बचाने के लिए अफगान विशेष बलों द्वारा चलाए जा रहे एक मिशन को कवर किया था जिसके बाद से ही वह आतंकवादियों के निशाने पर थे। उनकी रिपोर्ट में अफगान बलों के वाहनों को रॉकेट से निशाना बनाए जाने की ग्राफिक छवियां शामिल थीं।
इससे पहले भी रिपोर्टिंग के दौरान हो गए थे घायल
इससे पहले, सिद्दीकी ने रॉयटर्स समाचार एजेंसी को बताया था कि लड़ाई के दौरान उनकी बांह में छर्रा लगने से वे जख्मी हो गए थे। इसके बाद जब तालिबान लड़ाके स्पिन बोल्डक इलाके में लड़ाई से पीछे हट गए तो उनका इलाज किया गया और वे ठीक हो रहे थे। वहीं एक अफगान कमांडर ने रॉयटर्स को बताया कि जब तालिबान लड़ाके ने फिर से हमला किया तो श्री सिद्दीकी दुकानदारों से बात कर रहे थे।
पुलित्जर पुरस्कार से नवाजे जा चुके हैं दानिश सिद्दीकी
साल 2018 में दानिश सिद्दीकी को पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया था, ये अवॉर्ड उन्हें रोहिंग्या मामले में कवरेज के लिए मिला थामुंबई के रहने वाले दानिश ने दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद यही से ही उन्होंने मास कम्युनिकेशन का कोर्स भी किया था। उन्होंने अपना करियर एक टीवी पत्रकार के रूप में शुरू किया था। इसके बाद फिर उन्होंने फोटो पत्रकार के रूप में खुद को मजबूती के साथ इस फील्ड में खड़ा किया था।
दो दिन पहले भी छूकर गुजरी थी मौत
हाल मे दानिश सिद्दीकी अफगानिस्तान में दो दिन पहले भी मौत से रूबरू हुए थे। दरअसल, उस दौरान वह अफगान सेना के उस वाहन में मौजूद थे, जो हिंसाग्रस्त इलाकों से लोगों को बचाने जा रहा था। उस वक्त सेना की गाड़ी पर भी गोलीबारी की गई थी, जिसमें दानिश बाल-बाल बचे थे। दानिश ने इस घटना का वीडियो भी ट्विटर पर पोस्ट किया था, जिसमें गाड़ी पर आरपीजी की तीन राउंड फायरिंग होती नजर आई। उस दौरान दानिश ने लिखा था कि भाग्यशाली हूं कि सुरक्षित हूं…
कंधार में और उसके आसपास भीषण लड़ाई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दक्षिणी शहर कंधार में और उसके आसपास भीषण लड़ाई की सूचना मिली है। तालिबान ने शहर के पास के प्रमुख जिलों पर कब्जा कर लिया है। आपको बताते चले की अफगानिस्तान में बीते कुछ समय से तालिबान और अफगानिस्तान की सेना के बीच संघर्ष काफी बढ़ गया है।
जब से अमेरिका ने यहां से अपनी फौजों को समेटना शुरू किया है, तब से ही तालिबान ने यहां पर अपने पांव फैलाने शुरू कर दिए हैं। तालिबान के नेताओं के मुताबिक, वो यहां के 80 फीसद से अधिक इलाके पर कब्जा कर चुका है। अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते कदमों की आहट से इसके पड़ोसी देश काफी चिंतित हैं।