दिल्ली| व्हीएसआरएस न्यूज: अहमदाबाद मुंबई हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए भारतीय रेलवे को गुजरात और महराष्ट्र में एनवार्यमेंट क्लीसरेंस मिल गया है। गुजरात में जमीन अधिग्रहण काम पूरा हो चुका है लेकिन महाराष्ट्र सरकार द्वारा अधिग्रहण के मसले पर फैसला नहीं लेने से चलते प्रोजेक्ट में देरी हो रही है। अधिग्रहण में हो रही देरी के कारण भारत की पहली बुलेट ट्रेन को दो चरणों में चलाया जा सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने 2024 तक अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन को चलाने का लक्ष्य तय किया है लेकिन भूमि अधिग्रहण में आ रही दिक्कतों के चलते ये ट्रेन अब मुंबई तक नहीं चलाई जाएगी। ट्रेन को दो चरणों में शुरु किया जाएगा। वही पहले चरण में बुलेट ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद से वापी के बीच 325 किलोमीटर के बीच चलेगी। इन दोनों शहरों के बीच भूमि अधिग्रहण का कार्य भी पूरा हो चुका है और प्रोजेक्ट पर काम भी शुरु हो चुका है। बुलेट ट्रेन के सवाल के जवाब में रेलवे बोर्ड अध्यक्ष वीके यादव ने कहा कि, गुजरात में भूमि अधिग्रहण में 80 प्रतिशत से ज़्यादा सफलता मिल गई है जबकि महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में ज़बरदस्त दिक्कत आ रही है। वहां केवल 20 प्रतिशत ही काम पूरा हुआ है। इसके चलते पूरा प्रॉजेक्ट लटकता हुआ नजर आ रहा है।
वही दूसरे चरण में भूमि अधिग्रहण में परेशानियों आ रही है ऐस में वापी से बांद्रा के बीच बुलेट ट्रेन तभी चलाई जाएगी जब जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो जाएगा। पहले फेस में अहमदाबाद से वापी तक ट्रेन को चलाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
रेलवे बोर्ड के सीईओ विनोद कुमार यादव ने आगे कहा कि, रेलवे द्वारा महाराष्ट्र सरकार से जमीन अधिग्रहण को लेकर लगातार चर्चा की जा रही है। महाराष्ट्र सरकार के मुख्य सचिव ने भरोसा दिलाया कि अगले 3-4 महीने में महाराष्ट्र में 80 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो सकता है।
हालाँकि रेल मंत्रालय ने साफ कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार ने सहयोग नहीं किया तो बुलेट ट्रेन को दो चरणों में चलाया जा सकता है।
आपको बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 14 सितंबर 2017 को 1.08 लाख करोड़ रुपये (17 अरब डॉलर) की परियोजना की शुरुआत की थी। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की प्रांरभिक समय सीमा 2024 रखी गई है।
वही अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 508 किलोमीटर लंबा है। इन दोनों स्टेशनों के बीच में 12 स्टेशन पड़ेंगे। बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी और ये दूरी 2-3 घंटे में पूरी हो जाएगी। दूसरी ट्रेनों की तुलना में ये दूरी तय करने में 7 घंटे लगत है वहीं विमान से एक घंटे का समय लगता है।