- एक के बाद एक गंगा में दो नाव डूबी, एनडीआरएफ ने 12 को बचाया
- गायघाट में गांधी सेतु के पाया संख्या 43 से टकराकर बालू लदी नाव डूबी
- इस बड़ी नाव पर 10 लोग सवार थे, एक के लापता होने की आशंका
- भद्र घाट के पीपा पुल से टकराकर छोटी नाव डूबी, इस पर दो लोग सवार थे
पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: पटना सिटी में गाय घाट और भद्र घाट में शुक्रवार को एक के बाद एक दो नाव गंगा की तेज धार में डूब गई। भद्र घाट में मौजूद एनडीआरएफ की टीम ने गायघाट में गांधी सेतु के पाया संख्या 43 से टकराकर डूब रही बालू लदी नाव पर सवार 10 लोगों को पानी से बाहर निकाला। इस नाव पर सवार एक व्यक्ति के लापता होने की बात कही जा रही है। इससे पहले एनडीआरएफ की टीम ने भद्र घाट में पीपा पुल से टकराकर डूब रही एक नाव पर सवार दो व्यक्ति को सुरक्षित पानी से बाहर निकाला। इस नाव पर सवार एक बच्चा पीपा पुल को पकड़ कर सुरक्षित बाहर निकल गया।
सभी सारण जिले के रहने वाले
वही पानी से बाहर निकाले गए बालू सवार 10 लोगों ने बताया कि उसका एक साथी अशोक कुमार राय भी उसके साथ सवार था। उसका पता नहीं चल रहा है। यह सभी व्यक्ति सारण क्षेत्र के सबलपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि दीघा की ओर से बालू लेकर वह कच्ची दरगाह की ओर जा रहे थे।
रेस्क्यू के लिए पहुंचा दल, तभी दूसरा हादसा
इस बारे मे गायघाट में घटनास्थल पर मौजूद एनडीआरएफ के कांस्टेबल श्रीकांत ने बताया कि भद्र घाट में पीपा पुल से टकराकर एक नाव के डूबने की खबर मिलने पर वह वहां पहुंचकर रेस्क्यू कर रहे थे। उन्होंने उस छोटी नाव के सवार दो व्यक्ति को बाहर निकाला। इसी बीच खबर मिली कि गायघाट में भी पाया संख्या 43 से टकराकर बालू लदी बड़ी नाव डूब गई है।
नाव पर लदा था रसोई गैस सिलेंडर
आपको बताते चले कि बोट और लाइफ जैकेट की मदद से एनडीआरएफ के जवानों ने इस नाव पर सवार सभी 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। नाव पर एक रसोई गैस सिलेंडर भी था। वह भी पानी में बहने लगा। जवानों ने उस सिलेंडर को भी बाहर निकाला। एनडीआरएफ के हेड कांस्टेबल मनीराम, श्रीकांत, प्रवेश कुमार ने बताया कि जिस एक व्यक्ति के लापता होने की बात कही जा रही थी रेस्क्यू के दौरान उसका कुछ पता नहीं चला।