उचकागांव।व्हीएसआरएस संवाददाता: विधानसभा उप चुनाव में उचकागांव प्रखंड के दस पंचायतों में मतदान के दौरान युवाओं में भी जबरदस्त उत्साह देखा गया। युवाओं ने कहा कि व्यवस्था में बदलाव के लिए मतदान किया है। विधायक चुनने के लिए पहली बार मतदान करने पहुंचे युवाओं में खासा जोश देखने को मिला।
उन्होंने पहली बार अपनी पसंद के प्रत्याशी को मत देकर खुशी जाहिर की। इस चुनाव में पहली बार मतदाता बने युवाओं में मतदान को लेकर गजब का उत्साह देखा गया। सुबह हो या फिर दोपहर का समय, बूथों पर युवा मतदाताओं की पर्याप्त मौजूदगी नजर आई। इनके अंदर अपने वोट के लिए उन प्रत्याशियों को प्राथमिकता देने की उत्सुकता दिखी, जिन पर उन्हें अपने गांव-गलियों का विकास करने का भरोसा था। हरपुर के मतदान केंद्र पर वोट डाल कर बाहर निकली नेहा कुमारी ने कहा कि वोट डालना हमारा मौलिक अधिकार है। मैं इस अधिकार का पहली बार प्रयोग की हूं। मताधिकार से हम विकास करने वाले प्रतिनिधि चुन सकेंगे।
इसी बूथ पर वोट डाल कर लौट रही मधु कुमारी ने कहा कि पहली बार वोट देकर अच्छा लग रहा है। युवा बेहतर काम करनेवालों को चुन सकते हैं। मतदान के लिए थोड़ी देर इंतजार जरूर करना भी अच्छा लगा।
प्रमोद कुमार ने बताया कि मैंने एक अच्छे विधायक चुनने में अपनी सहभागिता निभाई है। वोट के माध्यम से ऐसे जनप्रतिनिधि का चयन किया हूं जो गांव व पंचायत का विकास कर सके। उचकागांव के बूथ पर वोट डालकर निकलने वाले उज्वल ने बताया कि पहली बार बूथ के अंदर जाने में थोड़ी झिझक जरूर हुई, लेकिन वोट डालकर उतनी ही खुशी का भी अहसास हुआ। विकास में अब हम भी सहभागी बन रहे हैं। अच्छे प्रत्याशी को वोट दिया है।
बुजुर्गो ने दी प्रेरणा तो दिव्यांग भी बने मिसाल
विधानसभा उप चुनाव के मतदान के दौरान दिव्यांगों ने भी अपने जज्बे को दिखाया| एक ओर जहां बुजुर्ग मतदाता जोर-शोर से मतदान करने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचे, वहीं दिव्यांगों ने भी उत्साह दिखाकर मिसाल पेश की। ऐसा कतई दिख नहीं रहा था कि बुजुर्गों के आगे उम्र का तकाजा आड़े आया या दिव्यांग की अक्षमता कहीं दिखी। मतदान के उत्साह में हर कोई जवान और तंदरुस्त दिखा। बुजुर्गों में शतायु मतदाता भी मतदान केंद्रों पर पूरे उत्साह के साथ पहुंचे।
महिलाओं ने दिखायी वोट की ताकत
विधानसभा उप चुनाव में महिला वोटरों ने जबरदस्त उत्साह दिखाई। महिलाएं अपने मताधिकार का प्रयोग कर वोट की ताकत दिखाई। उम्र के अंतिम पड़ाव पर होने के बावजूद तमाम महिला वोटरों ने अपने बेटे, बहू व पोतों के साथ मतदान केंद्र पर पहुंच वोट दिया। लोकतंत्र का पर्व हो और महिलाएं इसमें हिस्सेदारी न करें। ऐसा कभी नहीं हो सकता। चुनाव में भी यही हुआ। सांखे खास बूथ पर काफी वृद्ध महिला सावरिया अपने पुत्र व पुत्रवधू के सहारे केंद्र पर पहुंची और मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि वोट देकर हमने अपने दायित्व का पालन किया है।
वहीं नवादा परसौनी बूथ पर महिला वोटरों की लम्बी कतार यह बता रहा था कि वह किसी से कम नहीं है| दहीभाता पंचायत के एक बूथ पर एक वृद्ध महिला चल पाने की स्थिति में नहीं थी, मगर उनके बेटे ने गोद में उठाकर मतदान केंद्र तक पहुंचा दिया जहां उन्होंने अपना मत दिया।
बोली कि बेटे ने मतदान केंद्र पर पहुंचा दिया वोट देकर हमने लोकतंत्र में अपनी भागीदारी निभा दी। इसी प्रकार छोटका सांखे बूथ पर चल सकने के असमर्थ महिला को उसके परिजन साईकिल पर लेकर मतदान केंद्र तक पहुंचे, जहां उसने वोट दिया।