- बढ़ती महंगाई के बाद भी सस्ते दामो में आमो की हुई बिक्री
मांझागढ़ । व्हीएसआरएस न्यूज: मौसम और कोरोना ने आमों के दाम को इस बार आम कर दिया है । वैसे तो आम को फलों का राजा माना जाता है लेकिन इस बार पहले तो लॉकडाउन व फिर आंधी ने आमों के उत्पादन पर भी असर डाल दिया । लॉकडाउन की वजह से मई के अंत तक पकने वाले आम बम्बईया व जर्दा की बिक्री औने पौने दामो में हो गई ।
मालदह आम की मांग बाजारों में रही लेकिन तीन साल पूर्व के मुकाबले उसके दामों में भी कोई बढ़ोतरी नही हुई । बाजार में खुदरा दुकानदार 60 रुपये प्रति किलो बेच रहे हैं वहीं जर्दा आम 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है ।
आम की बागबानी लगाने वाले किसानों से बातचीत करने पर उनका कहना है कि इस बार बेमौसम बरसात व आंधी तथा लॉक डाउन का काफी असर पड़ा है । बाहर से आने वाले व्यापारी भी आमों को खरीदने नहीं पहुंच रहे हैं । आम का दाम सस्ता होने के बाद से खुदरा कारोबारियों भी कम मुनाफे पर ही आम बेच रहे हैं ।
माँझा प्रखण्ड में मरवा टोला , बलुआ टोला , सफापुर , व फुलवरिया के समीप नवरंगा बगीचा में बड़े पैमाने पर आम का उत्पादन किया जाता है । इन बगीचों में मालदह , जर्दा , दशहरी , कलकतिया , सबुजा सहित अन्य कई वैरायटी के आम का उत्पादन होता है । लेकिन इस बार रख रखाव का भी खर्च नहीं निकल पा रहा है ।
किसानों का कहना है कि उनके घर की आजीविका का एकमात्र साधन आम का बगीचा है जिसमें वे सालभर मेहनत करके आम का उत्पादन करते हैं व उन्हें व्यापारियों से बेचते हैं । लेकिन इस बार कोरोना का कहर व आंधी बरसात ने आम उत्पादन व बिक्री को प्रभावित कर दिया है ।