- बेटे की सफलता पर जश्न
गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज के बरौली प्रखंड के नवादा गांव निवासी बाला साह के बेटे प्रिंस कुमार इंटरमीडिएट परीक्षा का तीसरा टॉपर है। प्रिंस ने साइंस विषय में 476( 95.20) अंक प्राप्त कर पूरे बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। उनकी इस सफलता से उनके परिवार और गांव में खुशी का माहौल है।
बीपीएससी क्रैक करना है, प्रिंस का लक्ष्य
अपनी इस सफलता का श्रेय प्रिंस ने अपने माता-पिता, गुरुजनों को दिया। उसने कहा कि उनके माता-पिता ने हमेशा से ही उनका समर्थन किया और उन्हें प्रेरित किया। उनके गुरुजनों ने भी उन्हें पढ़ाई में बहुत मदद की। वह बीपीएससी क्रैक कर अधिकारी बनना चाहते हैं ।
प्रिंस ने बताया कि मेरे पिताजी सब्जी भेजते हैं। मेरा पढ़ाई का तरीका अपने सवालों पर रहता था। मैं अपने पढ़ाई के लिए टारगेट रखता था। आगे में बीपीएससी क्रैक करना चाहता हूं।
उन्होंने बताया कि 19 मार्च बोर्ड से फोन आया और 21 मार्च को पटना बोर्ड ऑफिस पहुंचा। अधिकारियों ने कुल 36 से 37 सवाल किए जिसका जवाब देते गया। सबसे ज्यादा सवाल हिंदी से रहा। वही केमिस्ट्री के एक दो सवाल में उलझ गया।
प्रिंस के मां उर्मिला देवी ने बताया कि आज हमें ज्यादा खुशी मिल रही है। बेटा मेरा आज पूरे बिहार में टॉप आया है। प्रिंस स्कूल से जब भी आते थे तो ना उनका खाने का और न जज खेलने का रहती थी। बस केवल उनका फोकस पढ़ाई पर ही रहता था। पढ़ाई इतना करते थे कि वह रात में सोते भी नहीं थे। सुबह उठकर देखते तो प्रिंस रात भर पढ़ता रहता था।
मिठाई खिलाकर मनाई खुशी।
प्रिंस के पिता बाला साह ने बताया कि आज बहुत खुशी हो रही है कि आज मेरे बेटे ने बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। मैं सब्जी बेचता हूं। मैं अपने बेटे को चाहता हूं। मेरा बेटा जहां तक पढ़ाई करेगा, मैं अपना शरीर बेचकर उसको आगे तक पढ़ाऊंगा।
पिता बीते 40 साल से सब्जी बेच रहे।
प्रिंस की सफलता को देख मां बाप फूले नहीं समा रहे। उनके घर बधाई देने प्रिंस ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है। वह बचपन से ही मेधावी छात्र रहा है। अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने बरौली प्रखंड के एक उच्च विद्यालय में नामांकन लिया। प्रिंस हमेशा से ही अपनी पढ़ाई में ध्यान देता था और क्लास में अव्वल आता था। दो भाई और छह बहनों में सबसे छोटा प्रिंस के कड़ी मेहनत और लगन ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है।
पता बेचते हैं सब्जी मां है गृहणी प्रिंस की मां ऊमरावती देवी एक गृहणी हैं जबकि इसके पिता बाला साह सब्जी बेच कर परिवार का भरण पोषण के साथ बच्चों को शिक्षा देते हैं। प्रिंस के पिता बाला साह पिछले 40 सालों से सब्जी बेचते हैं। अपनी छह बेटियों को स्नातक की शिक्षा दी है। बेटे-बेटियों को शिक्षा देने में कोई कसर नहीं छोड़ते। प्रिंस के माता-पिता ने हमेशा से ही उसकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने प्रिंस को अच्छी शिक्षा देने के लिए हर संभव प्रयास किया।