मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज शहर के औघड़दानी शिव मंदिर में रविवार को नेशनल इलेक्ट्रो होम्योपैथी साईंफिटीक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें देश के कई राज्यों से चिकित्सकों ने भाग लिया।
उदघाटन पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह व मुख्य अतिथि डॉ एपी मौर्या ने दीप जलाकर की। इसके बाद डॉ नीतू ने स्वागत गान की प्रस्तुति दी। मैटी इलेक्ट्रो होम्योपैथिक इंस्चयूट की ओर से आयोजित सेमिनार में कोलकत्ता से आए मुख्य अतिथि डॉ एपी मौर्या ने कहा कि यह वनस्पति पर आधारित पद्धति है। शरीर में दो चैतन्य पदार्थ-रस और रक्त होते हैं।
इनमें विकार होने पर रोग उत्पन्न होते हैं। रक्त को शुद्ध करना ही पद्धति का सिद्धांत है। एसोसिएशन के आंदोलन पर ही सरकार ने मई 2010 में पैथी में चिकित्सा, शिक्षण, प्रशिक्षण के आदेश दिए। इस पैथी में असाध्य बीमारियों का भी इलाज संभव है। डॉ ओमप्रकाश ने कहा कि पद्धति के विकास में एसोसिएशन का अहम योगदान है। पद्धति के प्रचार-प्रसार की जरूरत पर जोर दिया।
सेमिनार के आयोजक डॉ अर्जुन सिंह ने कहा कि देश में इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देकर मेडिकल कॉलेजों में इसका विभाग बनाया जाय ताकि इसका भरपूर लाभ लोगों को मिल सकें।
उन्होंने कैंसर की तीन दवाओं (तरल व इंजेक्शन) के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इलाज से कैन्सर के कई मरीज ठीक हुए है। कार्यक्रम में डॉ सुरेंद्र प्रसाद, डॉ सुमित श्रीवास्तव, डॉ प्रिंस कुमार, डॉ कन्हैया,डॉ बीएन सिंह, डॉ एस आर पड़ित आदि वक्ताओं ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
जिसमें डॉ दिनेश मिश्रा, डॉ लक्ष्मी, डॉ विजय लक्ष्मी, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ मनी बाबू, डॉ सुभाष विधार्थी, डॉ विनय कुमार, डॉ संदीप कुमार आदि को सम्मानित किया गया। मौके पर भोजपुरी फिल्म अभिनेता सुनील कुमार सिंह, डॉ केएन झा, डॉ मनोज ठाकुर, डॉ राजकुमार, डॉ विमल कुमार, डॉ निधि, डॉ सोनम, निगार सिद्दीकी, पृथ्वीनाथ सिंह आदि थे।