उचकागांव।व्हीएसआरएस संवाददाता: उचकागांव प्रखंड के छोटका सांखे पंचायत सहित आधा दर्जन गावों में बारिश का पानी किसानों पर कयामत ढाह रही है। जल निकासी की माकूल व्यवस्था नहीं रहने से समस्या विकराल रूप ले ली है। इसके चलते इलाके के किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। हालत यह है कि जलजमाव के चलते खेतों की हरियाली पर ग्रहण लग गया है।
परिणाम स्वरूप किसानों का जीवन बदरंग होने लगा है। बरसात का मौसम बीत गया है। लेकिन अब भी प्रखंड के छोटका सांखे,कवहीं,वीरवठ घूरन,पोखरभिंडा, जलाली टोला आदि गांवों की दो सौ एकड़ खेती की जमीन में जलजमाव है। बरसात के दौरान जलजमाव में धान से लगी उम्मीदें डूब गई थी। अब गेहूं समेत रबी फसल की भी उम्मीद नहीं है। पूर्व की जल निकासी के रास्ते को अवरुद्ध करने से हालात गंभीर हो गया है। इनमें प्रखंड का छोटका सांखे पंचायत एक दशक से भी अधिक समय से भीषण जलजमाव का दंश झेल रहा है। स्थिति ऐसी है कि खरीफ फसल गंवा चुके किसानों को रबी फसल भी हाथ से जाता हुआ दिखाई दे रहा है। नवंबर महीने में भी खेतों में पानी लगा है। कुछ ऐसी ही तस्वीर अन्य गांवों की है।
मालूम हो कि दशकों पूर्व बरसात का पानी छोटका सांखे के चवर से कवहीं होते हुए डुमरिया गांव के करीब बह रही दाहा नदी में चली जाती है। यहां से नदी की धारा में मिल जाती थी। लिहाजा जलजमाव जैसी स्थिति नहीं होती थी। किसान जरूरत के अनुसार नाहर के पानी से सिचाई करते थे। ऐसे में यहां के खेत सोना उगलते थे। सब्जी की खेती होती थी जिससे किसान लाखों की आमदनी करते थे लेकिन कवहीं गांव के समीप जल निकास को बंद कर दिया गया। लिहाजा यह जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई।
किसानों ने जलजमाव की समस्या के समाधान के लिए तत्कालीन विधायक सुभाष सिंह से गुहार लगायी थी जिसके बाद कुछ दिनों तक जलनिकासी की व्यवस्था की गई। इससे खेती की राह और किसानों की जिदगी आसान हुई थी। लेकिन अब बरसात के पानी का निकासी नहीं हो पाता है और इलाका जलजमाव की गिरफ्त में आ जाता हैं।
जलजमाव से आधा दर्जन गांव बुरी तरह से प्रभावित है। पूर्व मुखिया लक्ष्मण चौधरी बताते हैं कि जलजमाव के चलते इलाके की सैकड़ों बीघा जमीन किसानों के लिए बोझ बन गई है। बताते हैं कि उनकी पांच एकड़ में लगी गन्ने की फसल जलजमाव से बर्बाद हो गई। सरकार को अविलंब इस जल निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए। वर्तमान मुखिया प्रतिनिधि नीरज पांडेय का कहना है कि प्रशासन के अफसरों को समस्या से अवगत कराया गया है। समस्या बरकरार है।
प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव ने बताया कि अधिकारियों को आवेदन देकर किसानों की समस्या के मद्देनजर कार्रवाई और पहल की मांग की गई है। बीच सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य जमीन में भीषण जलजमाव है। फिलहाल,जलजमाव से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि, किसानों को भी नुकसान हो रहा है।